विशाखापतनम। आंध्र प्रदेश के अनाकापल्ली जिले में कुछ आदिवासी महिला किसानों ने गले में ‘फंदा’ लगाकर काजू के बागानों को एक खनन कंपनी को सौंपने के प्लान का अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। मदुगुला मंडल के उरावकोंडा में महिलाओं के इस प्रतीकात्मक विरोध का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में महिलाओं को एक पेड़ की शाखाओं से बंधे लंबे कपड़े के दूसरे छोर के साथ गले में ‘फंदा’ लटकाए देखा जा सकता है। अपनी आजीविका खोने से चिंतित महिलाओं ने कहा कि अगर उनके काजू के बागान नष्ट हो गए, तो उनके पास अपनी जान लेने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा। “वे हमें मौत की ओर धकेल रहे हैं,” वहां मौजूद एक महिला ने कहा। उनके अनुसार जिस जमीन पर वे खेती करते हैं उसे जबरन एक ग्रेनाइट कंपनी को दिया जा रहा है।
#WATCH | Andhra Pradesh: Tribal women farmers staged a symbolic protest pretending to hang themselves over the destruction of their cashew plantations by mining company representatives, in Madugula Mandal, Anakapalle district. pic.twitter.com/sBIf2nTSuu
— Newspaper ? (@NewspaperANI) April 8, 2022
महिलाओं का आरोप है कि कुछ लोगों ने कुछ पैसे के बदले अपनी जमीन कंपनी को दे दी। महिलाएं जमीन की असली मालिक होने का दावा करती हैं लेकिन उनके पास अपना दावा साबित करने के लिए कागजात नहीं हैं। उनका कहना है कि सरकार ने उन्हें जमीन आवंटित की है और वे कई सालों से इस पर खेती कर रही हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि खनन कंपनी के कामकाज में बाधा डालने पर मंडल राजस्व अधिकारी (एमआरओ) ने उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की धमकी दी है।
महिलाओं का कहना है कि एमआरओ और अन्य अधिकारी एक खनन कंपनी के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। उन्होंने कलेक्टर से जांच की मांग की। खनन कंपनी आदिवासी महिलाओं की खेती की जमीन पर सड़कें बिछा रही हैं। उनका कहना है कि सड़कों का निर्माण वातावरण को नष्ट कर देगा और उन्हें अपनी आजीविका से वंचित कर देगा।