नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के संकट के कारण लॉकडाउन लागू है। इस बीच रविवार को दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी को दिल्ली पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया। हालांकि बाद में उन्हें थाने से जमानत दे दी गई। हालांकि उन पर केस भी दर्ज किया गया है।
दिल्ली पुलिस की मानें तो दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी और कई पार्टी कार्यकर्ताओं पर आईपीसी की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस की मानें तो कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता गाजीपुर बॉर्डर पर मजदूरों को भड़का रहे थे और लॉकडाउन तोड़ने के लिए उकसा रहे थे। इस बात का दिल्ली पुलिस के पास पुख्ता सबूत है। इसलिए दिल्ली पुलिस उन पर कार्रवाई करेगी।
इससे पहले रविवार सुबह दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी को दिल्ली में उनके घर में ही हिरासत में रखा गया था। पुलिस का कहना है कि वह आज और शनिवार को दिल्ली-यूपी सीमा पर कई प्रवासी मजदूरों को लेकर आए थे। इस दौरान सामाजिक दूरी के नियमों का भी पालन नहीं किया गया था। ऐसे में आगे भी कई तरह की समस्या सामने आ सकती है। पुलिस ने सभी मजदूरों को बैंक्वेट हॉल और मॉल खुलवाकर वहां पर रुकवाया है।
मुझे मेरे निवास स्थान पर पुलिस द्वारा डिटेंड किया गया है, पता नहीं क्यूँ ? जैसे ही पता चलेगा आपको सूचित करूँगा । pic.twitter.com/vtpPsQv26o
— Anil Chaudhary (@Ch_AnilKumarINC) May 17, 2020
इससे पहले रविवार सुबह दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें घर में हिरासत में ले लिया है। उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया है। घर के बाहर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है।
हालांकि अनिल चौधरी का आरोप है कि उन पर राजनीतिक कारणों से एफआईआर दर्ज हुई है और उन पर कार्रवाई की गई है। अनिल का कहना है कि अगर मजदूरों की मदद करना और उन्हें घर तक सुरक्षित पहुंचाना गलत है तो मैं सजा भुगतने के लिए तैयार हूं।