ऋषिकेश। उत्तराखंड को हिला देने वाले अंकिता भंडारी हत्याकांड में एसआईटी SIT जांच चल रही है। एसआईटी अब मुख्य आरोपी पुलकित आर्या के मोबाइल फोन को तलाश रही है। पुलकित ने पुलिस को बताया है कि अंकिता ने उसका मोबाइल छीनकर नहर में फेंक दिया था। इस मोबाइल से कई राज खुलने के आसार पुलिस को दिख रहे हैं। अंकिता की हत्या 18 सितंबर की रात कर दी गई थी। उसका शव 22 सितंबर को नहर से बरामद किया गया था। अंकिता ने मौत से पहले अपने दोस्त को वाट्सएप चैट पर बताया था कि पुलकित और उसके रिसॉर्ट का मैनेजर वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर कर रहे हैं। इसके लिए उसे 10000 रुपए अलग से देने का ऑफर है।
अंकिता के शव का पोस्टमॉर्टम ऋषिकेश एम्स में किया गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक मौत से पहले उसके शरीर पर कई जगह चोट लगी थी। एसआईटी अब पुलकित समेत तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर ये जानना चाहती है कि अंकिता को चोटें कैसे लगीं। अंकिता को मारने से पहले पीटे जाने का शक पुलिस को है। तीनों आरोपी गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किए गए थे। जहां से उनको जेल भेजा गया था। इसे लेकर भी उत्तराखंड पुलिस सवालों के घेरे में है कि आखिर उसने कोर्ट से उसी वक्त रिमांड क्यों नहीं मांगी।
अंकिता के पिता ने रविवार को उसके शव का अंतिम संस्कार करने से भी साफ मना कर दिया था। उनकी मांग थी कि दोबारा पोस्टमॉर्टम कराया जाए, ताकि बेटी के साथ रेप हुआ है या नहीं, इसका पता भी चल सके। साथ ही उन्होंने पुलकित का रिसॉर्ट बुलडोजर से गिराए जाने पर भी सवाल खड़े किए थे। उनका कहना था कि इस तरह सबूत नष्ट हो गए हैं। इसके अलावा अंकिता के घरवालों ने पूरे मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग भी रखी है। बाद में सीएम पुष्कर सिंह धामी की अपील और भरोसा देने के बाद अंकिता का अंतिम संस्कार शाम के वक्त किया गया था।