Ankita Bhandari Murder Case: अंकिता भंडारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई सामने, हुए चौंकाने वाले खुलासे

पुलिस की जांच में सामने आया कि 18 सितंबर को अंकिता भंडारी को पुलकित आर्या, सौरभ भास्कर और अंकित अपने साथ ले गए थे। ये तीनों अंकिता से रिसॉर्ट में वेश्यावृत्ति कराना चाहते थे। अंकिता इससे इनकार कर रही थी। दबाव बढ़ने पर उसने रिसॉर्ट में चल रहे खेल का खुलासा करने की बात कही थी। इसी वजह से हत्या किए जाने का शक है।

Avatar Written by: September 25, 2022 6:53 am
Ankita Bhandari

ऋषिकेश। उत्तराखंड को हिला देने वाले अंकिता भंडारी हत्याकांड में एक और खुलासा हुआ है। अंकिता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक पानी में डूबने से उसकी मौत हुई, लेकिन साथ ही उसके शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं। इससे लग रहा है कि आरोपी पुलकित आर्या और उसके दो साथियों ने नहर में अंकिता को फेंकने से पहले उसे पीटा था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चोट के निशान पता चलने से पुलकित, उसके रिसॉर्ट के मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हालांकि, पुलकित आर्या के पिता और बीजेपी से निकाले गए पूर्व मंत्री विनोद आर्या का कहना है कि उनका बेटा सीधा-सादा है। आप देखिए कि अंकिता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट क्या कह रही है।

ankita bhandari postmortem report

अंकिता के शव का अंतिम संस्कार आज किया जाना है। शनिवार को ऋषिकेश एम्स में पोस्टमॉर्टम के बाद उसका शव घरवालों को सौंप दिया गया था। अंकिता भंडारी के पिता का कहना है कि जब तक उनकी बेटी के हत्यारों को फांसी की सजा नहीं होती, उन्हें चैन नहीं मिलेगा। बता दें कि पुलिस की जांच में सामने आया कि 18 सितंबर को अंकिता भंडारी को पुलकित आर्या, सौरभ भास्कर और अंकित अपने साथ ले गए थे। ये तीनों अंकिता से रिसॉर्ट में वेश्यावृत्ति कराना चाहते थे। अंकिता इससे इनकार कर रही थी। दबाव बढ़ने पर उसने रिसॉर्ट में चल रहे सारे खेल का खुलासा करने की बात कही थी।

ankita bhandari and pulkit arya

पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने उसे नहर में धक्का दे दिया था। पानी में डूबकर अंकिता भंडारी की मौत हो गई थी। अंकिता का शव शनिवार को चिल्ला पावर हाउस के पास से एसडीआरएफ ने निकाला था। उसके पिता और भाई ने शव की पहचान की थी। इस मामले में दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने डीआईजी पी. रेणुका देवी की अध्यक्षता में एसआईटी बनाई है। उन्होंने इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का निर्देश भी दिया है।