गिरफ्तार दीप सिद्धू ने किए कई खुलासे, बताया कि कैसे हुई थी लाल किले पर जाने की प्लानिंग!
Deep Siddhu Arrested: पुलिस के अनुसार लाल किले(Red Fort Violence) पर पहुंचते ही दीप और तरनतारन इलाके के जुगराज सिंह समेत कई आरोपी वहां मौजूद भीड़ को उकसाते नजर आए। लाल किले पर इसी भीड़ ने तिरंगे का अपमान किया और वहां पुलिस पर हमला किया।
नई दिल्ली। लाल किले पर गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर हिंसा भड़काने का आरोपी दीप सिद्धू (Deep Sidhu) अब दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में हैं। दीप सिद्धू को मंगलवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दीप सिद्धू पर एक लाख रूपए का इनाम रखा था। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस द्वारा हुई पूछताछ में दीप सिद्धू ने कई खुलासे किए हैं। दीप सिद्धू ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि किसानों के साथ उसका लगाव भावनात्मक आधार पर हो गया था। वह भावुक होकर किसानों के साथ जुड़ गया था। दीप सिद्धू ने साफ किया कि वो किसी कट्टरपंथी संगठन के साथ नहीं है, लेकिन वो तोड़फोड़ की विचारधारा में यकीन रखता है। पुलिस के मुताबिक दीप सिद्धू को शक था कि सरकार के साथ बातचीत में और दिल्ली पुलिस के साथ ट्रैक्टर रैली के दौरान किसान नेता नरम हो रहे हैं। इस बीच दीप सिद्धू के पास लॉकडाउन के दौरान और बाद में कोई काम नहीं था, वो खाली था। जिसकी वजह से वो अगस्त में पंजाब में शुरू हुए किसान आंदोलन के प्रति आकर्षित हो गया।
पुलिस की पूछताछ के दौरान दीप सिद्धू ने खुलासा किया कि जब वह कृषि कानूनों के विरोध स्थलों पर जाता था तो युवा बड़ी संख्या में आते थे। वह 28 नवंबर को किसानों के साथ दिल्ली पहुंचा। सिद्धू ने अपने समर्थकों के साथ निर्धारित मार्ग को तोड़ने का फैसला किया। यह फैसला उसने गणतंत्र दिवस परेड से कुछ दिन पहले लिया था। इसकी तैयारी के लिए दीप सिद्धू ने अपने समर्थकों से कहा था कि वे वॉलंटियर के जैकेट चुराएं।
दीप सिद्धू ने पुलिस से किए खुलासे में बताया कि, उसकी तैयारी थी कि ट्रैक्टर परेड के दौरान वह लाल किला और यदि संभव हो तो इंडिया गेट तक पहुंचने की कोशिश करता। जांच के दौरान इस बात का भी खुलासा हुआ कि फरार आरोपी जुगराज सिंह को विशेष रूप से धार्मिक झंडा फहराने के लिए लाया गया था। बताया जा रहा है कि तरनतारन का मूल निवासी जुगराज गुरुद्वारों में झंडे फहराता था।
पुलिस के अनुसार लाल किले पर पहुंचते ही दीप और तरनतारन इलाके के जुगराज सिंह समेत कई आरोपी वहां मौजूद भीड़ को उकसाते नजर आए। लाल किले पर इसी भीड़ ने तिरंगे का अपमान किया और वहां पुलिस पर हमला किया। वहीं इस मामले में ताजा जानकारी के मुताबिक पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद दीप को तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया, जहां पुलिस ने कोर्ट से 10 दिन की रिमांड मांगी थी मगर कोर्ट ने पुलिस को सात दिन की रिमांड दी है। अब पुलिस इन दिनों में उससे पूछताछ करके तमाम राज उगलवाएगी।