नई दिल्ली। तबलीगी जमात के चलते कोरोना संक्रमण के मामले के देशभर में फैलने का खतरा दिखाई दे रहा है। मगर AIMIM पार्टी के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी कुछ दूसरा ही राग छेड़ रहे हैं। उन्होंने तबलीगी जमात के कोरोना से संक्रमित होकर मरने वाले लोगों को शहीद का दर्जा देने की मांग कर डाली। इस नाजुक दौर में मीडिया से ही खुंदक निकालते दिखाई दे रहे हैं।
ओवैसी ने कहा कि कुछ मीडिया वाले केंद्र सरकार की चापलूसी करने की वजह से कोविड-19 को लेकर झूठे प्रोपोगंडा चला रहे हैं। इनको इंसानियत से कोई लेना देना नहीं है। सच कहें तो कोविड-19 का कोई धर्म नहीं है। ओवैसी ने अपनी दलीलों के समर्थन में पूरे विश्व की तुलना कर डाली। उन्होंने कहा, पूरे विश्व में लाखों लोग कोरोना से संक्रमित हैं, क्या ये हमने फैलाया है, अमेरिका में एक लाख से ऊपर कोरोना से संक्रमित हैं, क्या ये हमने फैलाया है, ईटली, स्पेन वगैरह कई देशों में हजारों लोग मर रहे हैं, क्या इसके लिए भी हम जिम्मेदार हैं।
ओवैसी ने मीडिया पर व्यंग कसने की कोशिश करते हुए कहा कि आप लोग 15 दिनों तक हिंदू मुस्लिम न करें, फिलहाल देश में बहुत बड़ी आफत आई हुई है, उसके बाद हमेशा की तरह आप हिंदू-मुस्लिम करते रहिये। असददुद्दीन ने कहा कि कोरोनावायरस की वजह से तबलीगी जमात की जिन 8 लोगों की मौत हुई है, उनको शहीद का दर्जा दिया। उन्होंने कहा कि जो 8 लोग शहीद हुए हैं, उनमें से 4 लोगों का पूरी परिवार कोरोना से संक्रमित है। सरकार उन सभी को जो दिल्ली के कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे, क्वारंटाइन में रख रही है।
तबलीगी जमात के मरकज में शामिल लोगों में कोरोना पॉज़िटिव का पहला मामला 17 मार्च को सामने आया था। इस समारोह में शामिल होने वाला एक शख्स तेलंगाना में पॉज़िटिव पाया गया था। इस मौत के बाद ही मरकज में शामिल लोगों कि मेडिकल स्क्रीनिंग शुरू की गई थी।