नई दिल्ली। राजस्थान के कोटा अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में दिसंबर के अंतिम दो दिन में कम से कम 8 और शिशुओं की मौत हो गई। इसके साथ ही इस महीने अस्पताल में मरने वाले शिशुओं की संख्या 100 से अधिक हो गई है। इसपर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी की चुप्पी पर लोग अब सवाल उठाने लगे हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार की खामोशी पर भी लोगों ने उन्हें कोसना शुरू कर दिया है। लोगों की बढ़ती नाराजगी देखते हुए आखिरकार अशोक गहलोत ने कहा है कि, “नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूरे देश में जो माहौल बना हुआ है, उससे ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि इस साल शिशुओं की मौत के आंकड़ों में पिछले कुछ सालों की तुलना में काफी कमी आई है।”
कोटा में हुई बच्चों की मौत पर राजस्थान सीएम अशोक गहलोत: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूरे देश में जो माहौल बना हुआ है,उससे ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि इस साल शिशुओं की मौत के आंकड़ों में पिछले कुछ सालों की तुलना में काफी कमी आई है pic.twitter.com/SDBh73MXUk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 2, 2020
अशोक गहलोत के इस बयान पर लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना की है। लोगों ने अशोक गहलोत के पुराने बयानों से उन्हें जवाब दिया है।
गोरखपुर के समय किस से ध्यान हटाने के लिए विरोध कर रहे थे @ashokgehlot51 ?? pic.twitter.com/mCxvyIlVQ3
— Rajnish Singh (@anant_45) January 2, 2020
श्याम किशोर नाम के एक यूजर ने अशोक गहलोत के इस बयान पर लिखा कि, पूरा लाज शर्म घोल के पी गए हो क्या? मतलब कोई जिए या मरे कोई लेना देना नहीं है। इंसान बन जाइए, समाज पर उपकार हो जाएगा।
वहीं गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में हुई बच्चों की मौत और राजस्थान में हुई बच्चों की मौत पर कांग्रेस के दोहरे चरित्र पर एक यूजर ने लिखा कुछ ऐसा ट्वीट किया।
गोरखपुर बच्चों की मौत पर कुछ ट्वीट
बरखा दत्त- 10
रविश कुमार- 5+TV डिबेट
राजदीप – 10+TV डिबेट
शेखर गुप्ता- 10+वीडियो
प्रियंका वाड्रा- 10+वीडियो
राहुल गांधी- 12+वीडियोअब कोटा राजस्थान 77 बच्चों की मौत:
बरखा- 0
रवीश- 0
राजदीप- 0
शेखर गुप्ता- 0
प्रियंका वाड्रा- 0
राहुल गांधी- 0— Mukesh saraswat (@Mukesh143Ms) January 2, 2020
देखिए ट्विटर पर अशोक गहलोत के बयान पर कैसे रिएक्शन आए..
कोटा, राजस्थान में 100 से अधिक बच्चे मर गए पर इस पर बोलना मत ? नहीं तो सेक्युलरिज़म और संविधान खतरे में आ जाएगा!
राफ़ेल पर ‘ॐ’ लिखने से जो लोग भौकाल मचा रहे थे, वो बच्चों की मृत्यु पर मौन हैं!वैसे मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि ये कोई नई बात नहीं है!
— Subhasish kumar (@subhasishkumar1) January 2, 2020
शुभम राय ने लिखा..
इसके अलावा बीरेंद्र सिंह ने लिखा कि..
वाह रे सीएम साहब कोटा में बच्चों की मौतों का कारण सीएए है। विपक्ष और केंद्र सरकार ने देश का ध्यान हटाने के लिए बच्चों की लगातार हो रही मौतों को उठाया है।?
— birendra singh Chauhan (@birendraf778) January 2, 2020
तो क्या नागरिकता संशोधन कानून वापिस ले लिया जाय तो उन बच्चों की जिंदगी वापस दे देंगे
सेवा में
श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय।— Rahul Tiwari (@bhairahultiwari) January 2, 2020