newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Rajasthan Congress Row: राजस्थान कांग्रेस में नहीं थम रही रार, अहम बैठक में अलग-अलग बैठे सीएम गहलोत और सचिन पायलट, बातचीत भी नहीं की

राजस्थान में गहलोत और पायलट के बीच सीएम पद को लेकर खींचतान मची है। 25 सितंबर को कांग्रेस आलाकमान की तरफ से भेजे गए पर्यवेक्षकों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन के सामने भी खूब ड्रामा हुआ था।

जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में मची रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला बुधवार का है। हिंदी अखबार ‘दैनिक भास्कर’ में छपी खबर के मुताबिक बुधवार को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने राज्य में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तैयारी के लिए बैठक बुलाई थी। इस बैठक में गहलोत और सचिन पायलट की तल्खी दिखी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 3 दिसंबर को राजस्थान पहुंचने वाली है। अखबार की खबर के मुताबिक गहलोत की बैठक में सचिन पायलट भी थे, लेकिन वो और सीएम दूरी बनाकर बैठे थे। दोनों के बीच किसी तरह की बातचीत भी नहीं हुई।

pilot and gehlot

दैनिक भास्कर के मुताबिक बैठक में सिर्फ इतना ही नहीं हुआ। गहलोत बैठक करते रहे और सचिन पायलट बिना कुछ कहे पहले ही निकल गए। बता दें कि राजस्थान में गहलोत और पायलट के बीच सीएम पद को लेकर खींचतान मची है। 25 सितंबर को कांग्रेस आलाकमान की तरफ से भेजे गए पर्यवेक्षकों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन के सामने भी खूब ड्रामा हुआ था। तब गहलोत के समर्थक विधायकों ने सचिन पायलट को सीएम बनाने की कोशिश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। यहां तक कि माकन की बुलाई बैठक में ये विधायक गए भी नहीं थे। माकन ने भी इस मामले में बेइज्जती के बाद राजस्थान प्रभारी का पद छोड़ दिया है।

sachin pilot

सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायक और मंत्री लगातार इस मुद्दे पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बीते दिनों सचिन पायलट ने कहा था कि जिन विधायकों और नेताओं ने 25 सितंबर को आलाकमान की हुक्मउदूली की, उनको सजा मिलनी चाहिए। बता दें कि इस मामले में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रिपोर्ट भी मंगाई थी। जिसके बाद अब तक कोई कार्रवाई किसी भी गहलोत समर्थक पर नहीं हुई है। राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में शायद कांग्रेस आलाकमान अभी कोई कार्रवाई नहीं करना चाहता है।