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पीएम मोदी ने अयोध्या से दिया भाईचारे का संदेश, बताया दुनिया की सर्वाधिक मुस्लिम जनसंख्या वाले देश में भी राम हैं पूजनीय

प्रधानमंत्री मोदी ने भूमि पूजन के बाद अपने संबोधन में कहा कि विश्व की सर्वाधिक मुस्लिम जनसंख्या वाले इंडोनेशिया सहित दुनिया में कई ऐसे देश हैं जो भगवान राम के नाम का वंदन करते हैं।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर की आधारशिला रखी।मंत्रोच्चार के बीच भूमिपूजन का कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यजमान रहे। उनके साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद रहे।

PM Narendra Modi

प्रधानमंत्री मोदी ने भूमि पूजन के बाद अपने संबोधन में कहा कि विश्व की सर्वाधिक मुस्लिम जनसंख्या वाले इंडोनेशिया सहित दुनिया में कई ऐसे देश हैं जो भगवान राम के नाम का वंदन करते हैं। राम मंदिर को भारतीय संस्कृति की ”समृद्ध विरासत” का द्योतक बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अनंतकाल तक पूरी मानवता को प्रेरणा देगा। ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री ने एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि रामायण इंडोनेशिया, कंबोडिया, लाओस, मलेशिया, थाईलैंड, श्रीलंका और नेपाल में प्रसिद्ध और पूजनीय है।

PM Narendra Modi

पीएम मोदी ने कहा कि भगवान राम का जिक्र ईरान और चीन तक में पाया गया है और ‘‘राम कथा’’ कई देशों में प्रचलित है। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया में कितने ही देश राम के नाम का वंदन करते हैं। वहां के नागरिक खुद को श्रीराम से जुड़ा हुआ मानते हैं। विश्व की सर्वाधिक मुस्लिम जनसंख्या जिस देश में है, वो है इंडोनेशिया। वहां हमारे देश की ही तरह ‘काकाविन’ रामायण, स्वर्णद्वीप रामायण, योगेश्वर रामायण जैसी कई अनूठी रामायण हैं। राम आज भी वहां पूजनीय हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार कंबोडिया में ‘रमकेर रामायण’, लाओ में ‘फ्रा लाक फ्रा लाम’ रामायण, मलेशिया में ‘हिकायत सेरी राम’ तो थाईलैंड में ‘रामाकेन’ रामायण है। उन्होंने कहा कि आपको ईरान और चीन में भी राम के प्रसंग तथा राम कथाओं का विवरण मिलेगा।

PM Narendra Modi

पीएम मोदी ने कहा कि श्रीलंका में रामायण की कथा ”जानकी हरण” के नाम से सुनाई जाती है और नेपाल का तो राम से आत्मीय संबंध माता जानकी से जुड़ा है। उन्होंने कहा,”ऐसे ही दुनिया के और न जाने कितने देश हैं, कितने छोर हैं, जहां की आस्था में या अतीत में, राम किसी न किसी रूप में रचे बसे हैं। आज भी भारत के बाहर दर्जनों ऐसे देश हैं जहां, वहां की भाषा में रामकथा, आज भी प्रचलित है।”

पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि आज इन देशों में भी करोड़ों लोगों को राम मंदिर के निर्माण का काम शुरू होने से बहुत सुखद अनुभूति हो रही होगी। उन्होंने कहा, ”आखिर राम सबके हैं, सब में हैं।”