नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) को अयोध्या के संतों की चेतावनी दी है। दरअसल महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) की कार्यप्रणाली से नाराज अयोध्या (Ayodhya) के संतों ने उद्धव ठाकरे के विरोध में बिगुल फूंक दिया है। अयोध्या के साधु-संतों ने और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने घोषणा की है कि वह उद्धव ठाकरे को अयोध्या में प्रवेश नहीं करने देंगे। उनका विरोध बीते दिनों महाराष्ट्र में हुई संतों की हत्या और उसके बाद अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की हत्या में बदले की भावना से काम कर रहे महाराष्ट्र सरकार से अयोध्या के संत नाराज हैं।
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana ranaut) के कार्यालय को बीएमसी के द्वारा तोड़े जाने को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे और उनकी शिवसेना का अयोध्या में कोई भी संत और हिंदू जनमानस स्वागत नहीं करेगा। उनका पुरजोर विरोध किया जाएगा। महंत ने कहा कि शिवसेना अब सोनिया की सेना हो गई है जो भी व्यक्ति सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है उसके खिलाफ आरोप लगाकर के कार्रवाई की जा रही है। महाराष्ट्र सरकार का प्रयास हिंदू जनमानस को नीचा दिखाने का है।
महंत राजू दास ने कहा कि बीते दिनों पालघर में हुई संतों की हत्या पर अभी तक कुछ भी नहीं हुआ। लेकिन अगर किसी ने आवाज उठाई तो उसके खिलाफ कार्रवाई की गई। महंत राजू दास ने कहा कि अयोध्या से हम आवाहन करते हैं कि साधु संत और हिंदू जनमानस एकत्रित होकर के अगर शिवसेना चीफ अयोध्या आते हैं तो उनको अयोध्या नहीं आने देंगे। साधु संत एकमत एक साथ होकर सीएम उद्धव ठाकरे का पुरजोर विरोध करेंगे।
वहीं, विश्व हिंदू परिषद भी संतों के साथ खड़ा नजर आ रहा है और उन्होंने भी महाराष्ट्र सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह उठाते हुए उनके द्वारा की गई कार्यवाही को गलत करार दिया है। विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने यह भी कहा कि संत समाज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का विरोध कर रहा है और उनके विरोध का हम भी समर्थन करते हैं। उनको अयोध्या में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। हम संत समाज के साथ खड़े हैं।