भूमि पूजन : अयोध्या और उसके पड़ोसी जिलों में ऐसी चाक चौबंद सुरक्षा कि परिंदा भी नहीं मार पाएगा पर

कहा गया है कि यह आतंकी हमला भीड़-भाड़ वाली जगह पर हो सकता है। ह्युमन इंटेलिजेंस और इलेक्ट्रॉनिक इंटरसेप्ट्स के आधार पर यह संदेह जताया जा रहा है कि आतंकवादियों का एक छोटा समूह देश में घुसपैठ कर सकता है।

Avatar Written by: July 29, 2020 1:26 pm
Security Tight

नई दिल्ली। अयोध्या में 5 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक आतंकी साजिश होने के चलते अलर्ट किया गया है। भूमि पूजन को लेकर भी अयोध्या और उसके पड़ोसी 9 जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करते हुए सीनियर पुलिस अफसरों को फील्ड में उतारा गया है। ये सभी वरिष्ठ अधिकारी अयोध्या से लगे 9 जिलों में आज पहुंचेंगे।

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पड़ोसी जिलों में पहुंचेंगे ये अफसर

अयोध्या के करीबी जिलों में कैंप कर सुरक्षा का लेने वालों की फेहरिस्त में अमेठी में एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडे , गोंडा में एडीजी ट्रैफिक अशोक कुमार सिंह, बहराइच में एडीजी पीएसी राम कुमार, सुल्तानपुर में आईजी फायर सर्विसेज विजय प्रकाश, अंबेडकर नगर में आईजी पीयूष मोरडिया, बस्ती में आईजी एके राय, बाराबंकी में आईजी भर्ती बोर्ड विजय भूषण, महाराजगंज में डीआईजी पीटीएस चंद्रप्रकाश और सिद्धार्थ नगर में डीआईजी एडमिन आरके भारद्वाज शामिल हैं। ये अधिकारी अयोध्या में भूमि पूजन और त्योहारों के मद्देनजर जिलों पर नजर रखेंगे साथ ही वीवीआईपी मूवमेंट, कानून व्यवस्था और क्राइम कंट्रोल पर भी नजर रखेंगे।

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फिदायीन हमले की साजिश

वहीं केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के मिले इनपुट को लेकर अधिकारियों का कहना है कि आईएसआई के इशारे पर अफगान ट्रेंड फिदायीन हमले की साजिश रची गई है। यूपी के साथ कश्मीर घाटी को लेकर भी अलर्ट किया गया। इंडो नेपाल बॉर्डर सीमा पर एसएसबी के साथ यूपी एटीएस सक्रिय की गई है। इसको लेकर डीजीपी मुख्यालय ने आगरा, मथुरा, मेरठ, कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी और लखनऊ समेत दर्जनभर शहरों को हाईअलर्ट पर रहने को कहा है। प्रदेशभर के सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने के दिए गए निर्देश दिए गए हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने यूपी में आतंकी हमले का अलर्ट भेजा था।

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भीड़-भाड़ वाली जगह पर हो सकता है हमला

कहा गया है कि यह आतंकी हमला भीड़-भाड़ वाली जगह पर हो सकता है। ह्युमन इंटेलिजेंस और इलेक्ट्रॉनिक इंटरसेप्ट्स के आधार पर यह संदेह जताया जा रहा है कि आतंकवादियों का एक छोटा समूह देश में घुसपैठ कर सकता है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ‘भूमिपूजन’ समारोह के लिए सुरक्षा-व्यवस्था उच्चस्तर पर होगी। संयोगवश इसी दिन कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की पहली वर्षगांठ भी है। सुरक्षा अलर्ट 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस तक रहेगा।

आपको बता दें कि अयोध्‍या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन 5 अगस्‍त को होगा। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने शनिवार को प्रधानमंत्री कार्यालय को 3 और 5 अगस्‍त की तारीख भेजी थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएमओ ने 5 अगस्त को चुना है। खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भूमि पूजन में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री मोदी 5 अगस्त को सुबह 11 बजे से दोपहर 3:10 बजे तक अयोध्या में रहेंगे। भूमिपूजन से जुड़े कार्यक्रम सुबह 8 बजे शुरू होंगे। भूमिपूजन काशी के पुजारी कराएंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मंदिर की आधारशिला रखेंगे।

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