नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। जल निगम भर्ती घोटाले की जांच में आजम दोषी करार दिए गए हैं।योगी सरकार ने आजम की अगुवाई में सपा सरकार में हुई जेई व क्लर्क की भर्तियां रद्द कर दी हैं। बतौर जल निगम अध्यक्ष आजम खान ने नियम विरुद्ध तरीके से ये भर्तियां कीं थीं।
आजम के इशारे पर JE के 853 व क्लर्क के 335 पदों पर भर्तियां हुई थीं। सहायक अभियंताओं के 117 पदों हुई भर्तियां पहले ही रद्द हो चुकी हैं। एसआईटी की जांच में पूरी भर्ती प्रक्रिया दोषपूर्ण पाई गई जिसके बाद ये कार्यवाही की गई।
इन भर्तियों को नियुक्ति तिथि से शून्य घोषित कर दिया गया है। इस सिलसिले में एसआईटी ने आजम के अलावा तत्कालीन नगर विकास सचिव एसपी सिंह, जल निगम के पूर्व एमडी पी के आसुदानी, जल निगम के तत्कालीन मुख्य अभियंता अनिल खरे को भी नामजद किया है। साथ ही परीक्षा संपन्न कराने वाली संस्था एप्टेक लिमिटेड के अज्ञात अफसरों भी अभियुक्त बनाया गया है।
एसआईटी ने जांच पूरी कर शासन को रिपोर्ट सौंप दी है। इसी रिपोर्ट के आधार पर इस भर्ती को निरस्त करने का आदेश दिया गया है।