मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों और रुझान ने साफ कर दिया है कि राज्य में एक बार फिर महायुति की सरकार बनने जा रही है। महायुति में शामिल बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी ने शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन सबसे अहम बात बीजेपी के प्रदर्शन की है। बीजेपी ने 2019 के मुकाबले इस बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपना परचम सबसे ऊपर लहराया है। महाराष्ट्र के चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी तो बनी ही है, साथ ही उसने अपनी सीटों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी की है।
शाम 3.30 बजे तक के चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी को महाराष्ट्र में 12 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल हो चुकी थी और उसके उम्मीदवार 120 सीटों पर आगे थे। यानी बीजेपी के खाते में कुल 132 सीटें आती दिख रही हैं। जबकि, 2019 में बीजेपी ने 105 सीटें ही महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में हासिल की थीं। खास बात ये है कि महाराष्ट्र में बीजेपी की इस धुआंधार जीत से ये भी साबित हो रहा है कि राज्य की जनता ने पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के दिए नारों को अपना समर्थन दिया है। पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के चुनाव में ‘एक हैं तो सेफ हैं’ और योगी आदित्यनाथ ने ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दिया था। योगी के नारे के तो पोस्टर तक मुंबई में तमाम जगह लगे थे।
वहीं, बंटेंगे तो कटेंगे के योगी आदित्यनाथ के नारे पर बीजेपी की ही एमएलसी पंकजा मुंडे और सहयोगी एनसीपी के अजित पवार ने जो विरोध जताया, वो भी पार्टी को मिले जनता के समर्थन में हवा हो गया। पंकजा मुंडे और अजित पवार ने बाकायदा बयान दिया था कि महाराष्ट्र में बंटेंगे तो कटेंगे का नारा देना ठीक नहीं है और यहां ये नैरेटिव नहीं चलता, लेकिन अब जबकि बीजेपी विधानसभा सीटों के अपने पिछले आंकड़े को बड़े अंतर से पार करती दिख रही है, उससे साफ है कि पंकजा मुंडे और अजित पवार को बंटेंगे तो कटेंगे पर जो आपत्ति थी, वो कहीं भी हकीकत बनती नहीं दिखी और पीएम मोदी व योगी आदित्यनाथ के नारों ने कहीं भी पार्टी या महायुति के लिए बैकफायर नहीं किया।