
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक जनसभा को संबोधित करने के क्रम में बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि अगर सूबे में बीजेपी की सरकार आती है, तो मुफ्त अनाज देने की योजना को आगामी पांच सालों के लिए विस्तारित कर दिया जाएगा। बता दें कि मुफ्त अनाज देने की योजना विभिन्न राज्यों में केंद्र सरकार की ओर से संचालित की जा रही है। इस योजना का लाभ आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों को मिल रहा है। इस योजना की शुरुआत कोविड काड में आर्थिक रूप से कमजोर तबके लोगों को अनाज उपलब्ध कराने के मकसद से की गई थी, जिसे बाद में समय-समय पर विस्तारित किया गया। वहीं, अब जब छत्तीसगढ़ में चुनाव होने हैं, तो प्रधानमंत्री ने इसकी समयावधि को बढ़ाकर बड़ा सियासी दांव चल दिया है। इसके अलावा पीएम मोदी ने कई मुद्दों का जिक्र कर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। आइए, आगे आपको हम इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
दुर्ग में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस जानबूझकर ऐसे काम करती है, जिससे लोगों को निर्धनता के जाल में फंसाया जा सकें। लोगों को गरीबी के जाल में फंसाया जा सकें, क्योंकि कांग्रेस के लोगों को गरीबी के अर्थ के बारे में नहीं पता है। इन लोगों को गरीबों के दर्द से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन हमारी सरकार ऐसी नहीं है। हम समाज के सभी लोगों के हित की दिशा में सदैव प्रतिबद्ध रहे हैं। जनता का हित हमारे लिए हमेशा ही सर्वोच्च रहा है।
#WATCH | Durg, Chhattisgarh: “I have decided that the BJP government will extend the scheme of providing free ration to 80 crore poor people of the country for the next 5 years, ” said Prime Minister Narendra Modi, earlier today pic.twitter.com/iGfeOJGTrb
— ANI (@ANI) November 4, 2023
वहीं, पीएम मोदी ने महादेव सट्टा एप का जिक्र करके भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया जिसमें उन्होंने कहा कि इन लोगों ने महादेव को भी नहीं छोड़ा है। अब कांग्रेस सत्ता के लिए जुए जैसी गतिविधियों में संलिप्त हो चुकी है। इन लोगों को जनता के हित से कोई सरोकार नहीं है। अब यह सिर्फ यही सोच रहे हैं कि कैसे भी करके अपनी सरकार बचाए। सनद रहे कि बीते दिनों ईडी ने कई जगहों पर छापेमारी की थी। जिसमें भारी मात्रा में कैश का जखीरा बरामद हुआ था। आरोप है कि असीम दास नामक शख्स के जरिए इस कैश को सीएम भूपेश बघेल तक पहुंचाने की तैयारी थी, ताकि इसका इस्तेमाल आगामी विधानसभा चुनाव में किया जा सकें, लेकिन इससे पहले इस कवायद को जमीन पर उतारा जाता ईडी ने पूरा भंडाफोड़ कर दिया। वहीं, चुनाव से पहले ईडी ने यह दावा करके सियासी गलियारों में भूचाल मचा दिया कि सीएम बघेल को 508 करोड़ रुपए दिए गए थे।
हालांकि, बघेल इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है, लेकिन यह कहने में कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कि इस पूरे मुद्दे का असर आगामी विधानसभा चुनाव में पड़ेगा। अब ऐसे में बतौर पाठक आपका इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है। आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम छोटी बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम