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Bharat Band: भारत बंद का दिल्ली में नहीं दिखा असर, लगभग सभी बड़े बाजार रहे खुले

Bharat Bandh: किसान आंदोलन (Kisan Andolan) का आज 13 वां दिन है। कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के चारों तरफ किसानों ने घेराबंदी कर रखी है। इस सब के बीच आज किसानों ने भारत बंद का भी आह्वान किया था। लेकिन पूरे देश में इस बंद का वैसा असर देखने को नहीं मिला जैसा इस भारत बंद को बुलाने वालों ने सोचा था।

नई दिल्ली। किसान आंदोलन (Kisan Andolan) का आज 13 वां दिन है। कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के चारों तरफ किसानों ने घेराबंदी कर रखी है। इस सब के बीच आज किसानों ने भारत बंद का भी आह्वान किया था। लेकिन पूरे देश में इस बंद का वैसा असर देखने को नहीं मिला जैसा इस भारत बंद को बुलाने वालों ने सोचा था। इस बंद में जहां एक ओर किसान पूरे देश में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे वहीं देश के कई राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने देश के कई हिस्सों में बवाल करने की कोशिश भी की। जबकि किसान पहले से ही इस बात से इनकार कर चुके हैं कि उनके इस आंदोलन को राजनीतिक दलों को हाईजैक नहीं करने दिया जाएगा। लेकिन विपक्षी राजनीतिक पार्टियों ने इस आंदोलन की आड़ में इसे पूरी तरह से राजनीतिक आंदोलन में तब्दील कर देने की पूरी कोशिश की है। आपको बता दें कि अब तक जिस तरह की खबरें सामने आ रही हैं उससे साफ स्पष्ट हो गया है कि इस भारत बंद का असर कुछ ही शहरों तक सीमित होकर रह गया है। दिल्ली में तो पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को इतना चाकचौबंद रखा गया कि यहां बंद का असर देखने को ही नहीं मिला।

Bharat Bandh

आपको बता दें कि इस भारत बंद के दौरान आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के हाऊस अरेस्ट किए जाने की बात कही जबकि दिल्ली पुलिस के द्वारा आप के इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है। देश में भारत बंद के दौरान चक्का-जाम शाम 3 बजे तक के लिए ही किए जाने की घोषणा किसान संगठनों के द्वारा की गई थी। लेकिन शाम होने तक भी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल इस आंदोलन में किसानों के समर्थन के लिए सड़कों पर नहीं आए। जबकि ठीक एक दिन पहले अरविंद केजरीवाल किसानों के बीच पहुंचे थे और और अपने को सेवादार बताया था।

kejriwal farmer protest

बता दें कि इस भारत बंद का असर पूरी तरह से दिल्ली में बेअसर रहा। दिल्ली के लगभग सभी बड़े छोटे बाजार और मंडियां आज के दिन भी पूर्व की तरह खुली रहीं। वहीं दिल्ली में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिये चांदनी चौक और सदर बाजार सहित शहर के बाजार वाले इलाकों में दिल्ली पुलिस की टीम गश्त लगाती नजर आईं।

हालांकि दिल्ली के सरोजनी नगर बाजार में किसानों के द्वारा बुलाए गए भारत बंद के समर्थन में दुकानदार तो दिखे लेकिन वह काली पट्टी बांधकर अपनी दुकानों पर पहुंचे थे और बाजा पूरी तरह से खुला हुआ था। दिल्ली में बाजारों और मंडियों के बंद नहीं होने के सवाल पर इन बाजारों और मंडियों के एसोसिएशन के लोगों का कहना है कि उनसे किसानों के किसी नेता ने ना तो इस बंद को लेकर बात की ना ही उनसे समर्थन मांगा। ऐसे में बाजार को खुला रखना ही उनके लिए विकल्प था।

इस बंद के दौरान दिल्ली में सभी बाजार खुले हुए नजर आए। दिल्ली के करोल बाग, लाजपत नगर, कनॉट प्लेस, सरोजनी नगर, सदर बाजार, चांदनी चौक, राजौरी गार्डन, खान मार्केट जैसे बाजार के साथ ही दिल्ली में जितनी बड़ी मंडियां हैं उनमें अन्य दिनों की तरह ही आवाजाही सामान्य रही। दिल्ली की सड़कों पर जनजीवन भी सामान्य नजर आया। सभी प्रमुख सड़कों पर यातायात सुचारु रहा। वहीं इस बंद के दौरान दिल्ली में स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में रही।

वहीं टिकरी बॉर्डर के पास की दुकानें, जहां पिछले 13 दिनों से सैकड़ों किसान डटे हुए हैं, भारी पुलिस तैनाती के बीच खुले हैं। वहीं करोला बाग के टैंक रोड में भी बाजार सामान्य दिनों की तरह ही खुले हुए हैं।


इस दौरान ओखला की मंडी भी पूरी तरह से खुली हुई नजर आई। यही हाल आजादपुर मंडी का भी था।

ऐसे में साफ हो गया है कि दिल्ली में इस भारत बंद का असर देखने को नहीं मिला। वहीं पटना में भी भारत बंद के दौरान बाजार पूरी तरह से खुले नजर आए।