Bhim Army प्रमुख चन्द्रशेखर ने की विवादित मांग- ’20 लाख बहुजनों को तुरंत मिले बंदूक लाइसेंस, हम अपनी सुरक्षा खुद करेंगे’
Bhim Army: आजाद की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, कांग्रेस(Congress) के प्रवक्ता गौरव वल्लभ(Gaurav Vallabh) ने कहा, ‘मेरा मानना है कि गांधीवादी दर्शन से रास्ता तय करना है। अहिंसा ही आपको अन्याय के खिलाफ लड़ाई जीतने में मदद करेगी।’
नई दिल्ली। हाथरस मामले में अब भीम आर्मी प्रमुक चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ ने मांग की है कि, ‘राइट टू लाइफ’ के तहत खुद के बचाव के लिए सरकार को दलित समुदाय को 50 प्रतिशत सब्सिडी में बंदूकें देनी चाहिए। चन्द्रशेखर ने कहा कि हमारे संविधान में प्रत्येक नागरिक को जीने का अधिकार दिया गया है। इस अधिकार में खुद की रक्षा करना भी शामिल है। ट्विटर पर चन्द्रशेखर ने कहा कि, संविधान प्रत्येक नागरिक को जीने का अधिकार प्रदान करता है, जिसमें खुद का बचाव करने का अधिकार शामिल है। उन्होंने कहा, ‘हमारी मांग है कि देश के 20 लाख बहुजनों को तुरंत बंदूक लाइसेंस दिए जाएं. सरकार को बंदूक खरीदने के लिए हमें 50% सब्सिडी प्रदान करनी चाहिए। हम अपना बचाव खुद करेंगे। बता दें कि हाथरस की घटना को लेकर पीड़िता को न्याय दिलवाने की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया जा रहा है।
वहीं भीम आर्मी की मांग की तरह दलित कार्यकर्ता सूरज येंगड़े ने बंदूक लाइसेंस की मांग करते हुए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) नियम, 1995 का हवाला दिया, जो राज्य सरकार को व्यक्ति और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हथियार लाइसेंस प्रदान करने का अधिकार देता है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आजाद की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, ‘मेरा मानना है कि गांधीवादी दर्शन से रास्ता तय करना है। अहिंसा ही आपको अन्याय के खिलाफ लड़ाई जीतने में मदद करेगी।’
भीम आर्मी चीफ की मांग पर भारतीय जनता पार्टी के नेता और सांसद राकेश सिन्हा ने पटलवार करते हुए कहा, ‘भारतीय संविधान और हमारी लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार नागरिकों के संरक्षण के लिए विवेकपूर्ण और प्रभावी रूप से प्रतिबद्ध है। ऐसे सुझाव और मांगें (बंदूकों के लिए) हास्यास्पद रूप से सिर्फ नौटंकी के लिए तैयार की जाती हैं।’