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Bihar Election: बिहार के दौरे पर जाएंगे भाजपा के दिग्गज, पीएम मोदी का भी होगा दौरा, होगी NDA के पक्ष में गोलबंदी

Bihar Election: भाजपा(BJP) आलाकमान की बात करें तो भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा(JP Nadda) के लिए भी बिहार का चुनाव बड़ी चुनौती है, क्योंकि इस चुनाव के पहले उन्होंने अपनी टीम का गठन कर पूरी तरह संगठनात्मक कामकाज को अंजाम दिया है।

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में वोटिंग की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों की तरफ से पूरी ताकत झोंकी जा रही है। इसी को देखते हुए और NDA के पक्ष में गोलबंदी करने के लिए प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी भी बिहार के दौरे पर जाएंगे। इतना ही नहीं भारतीय जनता पार्टी के और भी नेताओं के बिहार जाने का कार्यक्रम है। बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एक दिवसीय बिहार दौरे पर आएंगे। पार्टी नेताओं के अनुसार पहले उन्हें तीन दिवसीय बिहार दौरे पर आना था। लेकिन उनके कार्यक्रम में अब संशोधन हो गया है। जानकारी के अनुसार रविवार को पटना आने के बाद वे सीधे गया जाएंगे। वहीं आने वाले दिनों में पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं का भी बिहार दौरा होने के आसार हैं। जहां इनमें से कुछ नेताओं की वर्चुअल जनसभा तो वहीं कुछ नेता बिहार जाकर मतदाताओं को एनडीए के पक्ष में गोलबंद करेंगे।

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इनमें से सबसे ज्यादा निगाहें पीएम मोदी की रैली पर रहेगी। क्योंकि बिहार की राजनीति में बीते कुछ दिनों में काफी परिवर्तन देखने को मिले हैं। लोजपा ने एनडीए से तो अपना नाता तोड़ लिया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति लगातार अपनी आस्था दिखा रही है। वहीं भाजपा ने भी LJP से कहा है कि, वो अपने पोस्टर में पीएम मोदी की फोटो का इस्तेमाल ना करे।

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इसके अलावा चिराग पासवान इन दिनों अक्सर कहते दिख रहे हैं कि चुनाव के बाद बिहार में लोजपा और भाजपा साथ मिलकर सरकार बनाएगी। क्या चिराग जैसा सोचते हैं, वही सोच पीएम मोदी की भी है? इस तरह के सवाल इन दिनों बिहार की फिजां में गूंज रही है। इसलिए हर किसी की निगाहें पीएम मोदी और अमित शाह के बयानों पर होंगी।

BJP President JP Nadda

वहीं भाजपा आलाकमान की बात करें तो भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के लिए भी बिहार का चुनाव बड़ी चुनौती है, क्योंकि इस चुनाव के पहले उन्होंने अपनी टीम का गठन कर पूरी तरह संगठनात्मक कामकाज को अंजाम दिया है। हालांकि जनवरी में उन्होंने पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली थी और उसके बाद दिल्ली के विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन, उस चुनाव की रणनीति उनके अध्यक्ष बनने से पहले ही तय हो गई थी। अब बिहार का चुनाव उनकी पहली बड़ी परीक्षा है।