Bihar: प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पलटू नीतीश कुमार की बखिया उधेड़ गए रविशंकर प्रसाद, गिना दिए 1995 से अब तक के अहसान

बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है। वो अब आरजेडी और कांग्रेस समेत बीजेपी विरोधी दलों के साथ हाथ मिलाकर सत्ता संभालने जा रहे हैं। 8 साल में नीतीश की तरफ से बीजेपी का साथ दोबारा छोड़ा गया है। इससे तिलमिलाई बीजेपी ने नीतीश को अपनी तरफ से किए गए सारे अहसान याद दिलाए हैं।

Avatar Written by: August 10, 2022 7:19 am
ravi shankar prasad and nitish kumar

पटना। बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है। वो अब आरजेडी और कांग्रेस समेत बीजेपी विरोधी दलों के साथ हाथ मिलाकर सत्ता संभालने जा रहे हैं। 8 साल में नीतीश की तरफ से बीजेपी का साथ दोबारा छोड़ा गया है। इससे तिलमिलाई बीजेपी ने नीतीश को अपनी तरफ से किए गए सारे अहसान याद दिलाए हैं। बीजेपी के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश पर सवालों की झड़ी लगा दी।

nitish kumar

प्रसाद ने कहा कि आप हमारे साथ कैसे और क्यों आए थे? याद है आपने चारा घोटाले के कारण लालू यादव को छोड़ा था। आपने समता पार्टी बनाई थी। तब बीजेपी के साथ आपकी पहली यात्रा थी। आज नीतीश सांप्रदायिकता की बात करते हैं, लेकिन उस वक्त राम जन्मभूमि आंदोलन शबाब पर था। रविशंकर ने कहा कि बीजेपी के साथ आप तब रहे, जब उसने जंगलराज, लूट, परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि आप 1996 और 1998 में हमारे साथ थे। रेल मंत्री बनाए गए। साल 2000 में बीजेपी ने आपको बिहार का सीए बनाया। बहुमत साबित न कर सके, तो फिर केंद्र में मंत्री बनाया। आपकी पार्टी आपको सीएम के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं कर पा रही थी, लेकिन 2005 में जब बिहार सरकार बर्खास्त हो गई थी, तो बाद में हुए विधानसभा चुनाव में अरुण जेटली, सुषमा स्वराज और प्रमोद महाजन ने आपको सीएम बनाने के लिए आग्रह किया। जबकि, जॉर्ज फर्नांडिस तक इसके लिए असहज थे। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि साल 2013 में मोदी के विरोध में आप अलग हो गए। फिर 2014 के चुनाव में बुरी तरह हारे। इसके बाद लालू यादव के साथ चले गए और 2015 में उनका साथ लेकर सीएम बने।

nitish and tejashwi yadav

नीतीश पर सवाल खड़े करते हुए रविशंकर ने कहा कि आपने 2015 में लालू जी के साथ जाने के फैसले पर फिर से विचार क्यों किया? साल 2017 में आपने क्यों कहा कि श्रीमान तेजस्वी यादव जी खुद पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब नहीं दे पा रहे और मैं बहुत असहज हूं? क्योंकि रांची में होटल ट्रांसफर, पटना में मॉल और नौकरी के बदले जमीन लेने के सवाल उठे थे। उसके बाद आप फिर हमारे साथ आए। रविशंकर ने कहा कि नीतीश कुमार को टीवी पर दिए अपने पुराने बयान सुनने चाहिए। आपने 2019 का लोकसभा चुनाव हमारे साथ मिलकर लड़ा। बीजेपी ने इसके लिए 2014 की अपनी जीती सीटें भी आपको दी। अपने जीते हुए सांसदों का टिकट काटा। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मेरा तीसरा सवाल ये है कि आप 2019 में मोदी के नाम पर जीते थे। आज आपके 16 सांसद हैं। जबकि, 2014 में सिर्फ 2 ही सांसद थे।

PM Narendra Modi and Nitish Kumar

इसके बाद रविशंकर ने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में मोदी ने बिहार में सघन प्रचार किया। हम पटना की सारी सीटें जीते, लेकिन फुलवारी शरीफ, दानापुर और आरा वगैरा हार गए। मोदी ने फिर प्रचार किया। जंगलराज के दो युवराज का नारा दिया। फिर बिहार की हवा बदली और आपकी पार्टी की 43 सीटें आईं। कभी अपने अंदर भी झांकना चाहिए। फिर उन्होंने एक और अहसान गिनाया और नीतीश के लिए कहा कि बीजेपी की सीटें आपसे दोगुनी थीं, लेकिन पीएम मोदी ने आपको ही सीएम बनाने का एलान किया। फिर आप कैसे कहते हैं कि बीजेपी ने आपको कमजोर किया। इतना लाभ लेने पर भी आप कहते हैं कि अब बीजेपी वाजपेयी और आडवाणी वाली नहीं रही, तो ये कमाल की बात है। आपकी नैतिकता का क्या तकाजा है?