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जम्मू कश्मीर के पंचायत चुनावों को ऐसे “स्वीप” कर जाएगी बीजेपी, कांग्रेस ने की भविष्यवाणी

कांग्रेस के मुताबिक इन चुनावो में विपक्ष के अधिकतर नेता या तो बंद है या फिर उनके आने जाने पर पाबन्दी लगा दी गयी है, जिसका सीधा लाभ बीजेपी को मिल रहा है।

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में पंचायत के चुनाव होने वाले हैं। यह चुनाव मार्च से होंगे। पहली बार जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक आधार पर चुनाव हो रहे हैं। यानी सियासी पार्टियां अपने उम्मीदवार उतारेगी। मगर कांग्रेस को लगता है कि बीजेपी इन चुनावों को स्वीप कर जाएगी कांग्रेस ने अपने इस डर की वजह भी जाहिर की है।BJP

कांग्रेस के मुताबिक इन चुनावो में विपक्ष के अधिकतर नेता या तो बंद है या फिर उनके आने जाने पर पाबन्दी लगा दी गयी है, जिसका सीधा लाभ बीजेपी को मिल रहा है। पांच मार्च से जम्मू कश्मीर में पंचायत चुनाव शुरू हो रहे हैं। इससे पहले साल 2018 में पंचायत के चुनाव गैर पार्टी आधार पर हुए थे।

मगर इस बार इन्ही पंचायत के चुनाव को पार्टी के आधार पर किया जा रहा है। कांग्रेस मांग कर रही है इन चुनावों को पार्टी के आधार पर न कराया जाए। कांग्रेस चुनाव में हिस्सा लेना चाहती है। कांग्रेस को डर है कि इस समय जम्मू कश्मीर में दूसरी सभी सियासी पार्टियां बैकफुट पर हैं। ऐसे में चुनाव प्रचार और प्रक्रिया को कैसे पूरा किया जा सकता है।bjp shivsena

जम्मू कश्मीर में सरपंचों और पंचों के उपचुनाव के पहले चरण में पांच मार्च को 78 ब्लॉक में चुनाव होगा। इसमें जम्मू संभाग के 53 और कश्मीर संभाग के 25 ब्लॉक शामिल हैं। चुनाव के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां तेज हो गई हैं। भाजपा समेत कुछ राजनीतिक दलों की भी सक्रियता बढ़ गई है।bjp symbol

मगर इस बीच विपक्ष ने जम्मू-कश्मीर में चुनावों से पहले सभी विपक्षी नेताओं को रिहा करने की मांग की है। विपक्ष के मुताबिक पहले इन नेताओं को रिहा किया जाए उसके बाद चुनाव कराया जाए। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों को डर है कि चुनाव में बीजेपी सिरे से जीत हासिल कर सकती है। केंद्र सरकार को चनौती देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर केंद्र सरकार में हिमायत है तो सारे विपक्षी दलों के नेताओ को रिहा किया जाये। उनके आने जाने पर लगे प्रतिबन्ध हटाए जाये और उन्हें माक़ूल सुरक्षा दी जाये।