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भारत के झटके से घबरा उठा चीन, #BoycottChina ने बढ़ा दी उसकी मुश्किल, वहां की मीडिया के भी बदले सुर

भारत और चीन में हाल ही में हुए सीमा विवाद के बीच बढ़ते तनाव का असर व्यापार पर दिखने लगा है। लद्दाख सीमा पर भारत सरकार चीन से आने वाले माल पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का मूड बना रही है। इसे लेकर कॉमर्स मंत्रालय, वित्त मंत्री के साथ बातचीत कर रहा है। जो चीन के लिए एक और कारोबारी झटका होगा।

नई दिल्ली। भारत और चीन में हाल ही में हुए सीमा विवाद में दोनों देशों के सैनिकों ने अपने प्राण गंवाए। भारत के 20 जवान इस घटनाक्रम में शहीद हुए तो वहीं चीन के 40 से ज्यादा सैनिकों को भी जान से हाथ धोना पड़ा। इसको लेकर भारत में आक्रोश व्याप्त है। ऐसे में भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव का असर व्यापार पर दिखने लगा है। लद्दाख सीमा पर भारत सरकार चीन से आने वाले माल पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का विचार कर रही है। जिसे लेकर कॉमर्स मंत्रालय, वित्त मंत्री के साथ बातचीत कर रहा है।

चाइनीज मोबाइल कंपनी ओप्पो को लाइव इवेंट करना पड़ा कैंसिल

भारत की सख्ती का असर चीनी कंपनियों पर पड़ने लगा है। यह दावा खुद चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने किया है। चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, भारत और चीन के बीच सरहद पर तनाव का सबसे अधिक असर चीनी कंपनियों पर पड़ा है। चाइनीज मोबाइल कंपनी ओप्पो को अपना लाइव इवेंट कैंसिल करना पड़ा। ओप्पो लाइव इवेंट के जरिए अपने 5जी फोन को भारतीय मार्केट में लॉन्च करने वाला था, लेकिन चीनी सामानों के विरोध के कारण उसने पैर पीछे खींच लिया।

चीनी मीडिया के मुताबिक दोनों सरकारों ने कुछ हद तक सरहद पर तनाव कम करने की कोशिश की है और व्यवसाय चाहता है कि आर्थिक और व्यापार सहयोग बना रहे, लेकिन भारत में चीन विरोधी भावना बढ़ने से संभावित जोखिमों के बारे में चीनी व्यवसायों को सलाह दी जानी चाहिए।

India-China-relations

चीनी कंपनियों को अपनी पूंजी और कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्हें सबसे खराब स्थिति के लिए सावधानी पूर्वक तैयार रहना चाहिए और अपने भारत के निवेश और उत्पादन की योजना को तब तक जारी रखने पर विचार करना आवश्यक है, जब तक कि दोनों पड़ोसियों के बीच सीमा संकट का समाधान नहीं हो जाता।