बीएसएफ के जवान के लिए मसीहा बनी उनकी कंपनी, दिए 10 लाख रुपए
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कांस्टेबल मोहम्मद अनीस के लिए उनकी कंपनी के लोग मसीहा बनकर आए। दिल्ली हिंसा में अपना घर खोने वाले कांस्टेबल की मदद के लिए कंपनी आगे आई है।
नई दिल्ली। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कांस्टेबल मोहम्मद अनीस के लिए उनकी कंपनी के लोग मसीहा बनकर आए। दिल्ली हिंसा में अपना घर खोने वाले कांस्टेबल की मदद के लिए कंपनी आगे आई है। उत्तर पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास इलाके में हाल ही में हुई हिंसा और आगजनी में बीएसएफ कांस्टेबल मोहम्मद अनीस के घर में आग लगा दी गई थी। बताया जा रहा है कि कांस्टेबल ने इसकी जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी थी।
जब मीडिया रिपोर्ट के जरिए बीएसएफ को इसका पता लगा तो उन्होंने जवान के पिता से संपर्क किया और उसके परिवार की मदद के लिए शनिवार को खजूरी खास उसके घर राहत सामग्री लेकर पहुंचे। बताया जा रहा है कि जवान ओडिशा में तैनात है।
बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौर अपनी टीम के साथ राहत सामग्री लेकर पहुंचे थे। डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौर ने बताया है कि बीएसएफ की तरफ के अनीस का मकान ठीक कराया जाएगा और 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी जाएगी। डीआईजी (मुख्यालय) पुष्पेंद्र राठौर ने बताया है कि अनीस अभी ओडिशा में तैनात हैं और जल्द ही दिल्ली ट्रांसफर किया जाएगा।
Delhi: A team of Border Security Force today visited the house BSF constable Mohammad Anees, whose house in Khajuri Khas area was set on fire during #DelhiViolence. DIG (Headquarters) Pushpendra Rathore says, “He is currently posted in Odisha & soon will be transferred to Delhi”. pic.twitter.com/nEV0cLdijY
— ANI (@ANI) February 29, 2020
25 फरवरी को दिल्ली में दंगे के दौरान जवान अनीस के पिता मोहम्मद मुनिस (55), चाचा मोहम्मद अहमद (59) और 18 वर्षीय चचेरे बहन नेहा परवीन मौजूद थी, जब दंगाइयों ने उनके घर पर हमला किया था।