newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

खबर फैली कि वीके सिंह ने भाई के लिए बेड मुहैया करवाने के लिए लगाई गुहार!, अब केंद्रीय मंत्री ने दी सफाई

Corona: जिलाधिकारी गाजियाबाद ने बताया कि, केंद्रीय मंत्री ने डीएम गाजियाबाद को टैग करते हुए यह ट्वीट किया लेकिन इस तरह से यह ट्वीट लगा कि केंद्रीय मंत्री के भाई को ही बेड नहीं मिल पा रहा है।

नई दिल्ली। कोरोना के संकट से बने हालात के बीच खबर आई कि मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री और गाजियाबाद से सांसद जनरल वीके सिंह ने एक ट्वीट में अपने भाई के लिए अस्पताल में बेड मुहैया करवाने के लिए गुहार लगाई है। इस खबर को लेकर कहा गया कि केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने ट्वीट के जरिए अपने भाई के इलाज के लिए अस्पताल में बेड मुहैया करवाने की गुहार लगाई है। इस ट्वीट के बाद लोग प्रतिक्रिया देने लगे कि आखिर जब केंद्रीय मंत्री के भाई का ये हाल है तो आम जनता का कैसे इलाज संभव है। इसी को लेकर अब वीके सिंह की तरफ से सफाई आई है। सफाई देते हुए जनरल वीके सिंह ने कहा, ‘मैंने यह ट्वीट के जरिए यह अनुरोध इसलिए किया था कि, जिससे जिला प्रशासन पीड़ित शख्स तक पहुंच सके और उसे वो मेडिकल मदद दे सके जो उसका भाई चाहता है ना कि मेरा भाई। वो मेरा भाई नहीं है, हां लेकिन हमारा खून का रिश्ता नहीं है, बल्कि हमारा मानवता का रिश्ता जरूर है। मुझे लगता है कि कुछ लोगों को यह रास नहीं आया।’

बता दें कि इससे पहले वीके सिंह ने ट्वीट कर कहा था, ‘@dm_ghaziabad Please check this out प्लीज हमारी हेल्प करें मेरे भाई को कोरोना इलाज के लिए बेड की आवश्यकता है। अभी गाजियाबाद में बेड की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। @shalabhmani @PankajSinghBJP @Gen_VKSingh’ उनके इस ट्वीट पर शलभमणि त्रिपाठी ने प्रतिक्रिया दी थी।

vk singh

केंद्रीय मंत्री के इस ट्वीट से जिस तरीके से गलतफहमी हुई उससे जिला प्रशासन से लेकर आम आदमी को ये लगा कि केंद्रीय मंत्री के भाई को ही बेड नहीं मिल पा रहा है। इसके लोगों को लगने लगा कि उत्तर प्रदेश खासकर गाजियाबाद में बेड की बड़ी समस्या है। सच्चाई जानने के लिए जब गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे से फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री को किसी ने ट्वीट किया था कि उनके उनके भाई को बेड नहीं मिल पा रहा है।

Corona

जिलाधिकारी गाजियाबाद ने बताया कि, केंद्रीय मंत्री ने डीएम गाजियाबाद को टैग करते हुए यह ट्वीट किया लेकिन इस तरह से यह ट्वीट लगा कि केंद्रीय मंत्री के भाई को ही बेड नहीं मिल पा रहा है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि जिस मरीज को बेड की दिक्कत थी उसको भी एडमिट करा दिया गया है। दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट करके इस मामले में सफाई दी है। फिलहाल मदद मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने अपना पुराना ट्वीट डिलीट कर लिया है।