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चक्का जाम में भी घुसे ‘खालिस्तानी तत्व’, लुधियाना में दिखा ‘भिंडरावाले’ का झंडा? देखें वीडियो

Chakka Jam: दरअसल न्यूज एजेंसी एएनआई ने लुधियाना में हुए चक्का जाम(Chakka Jam) की एक तस्वीर जारी की है, इस तस्वीर में एक ट्रैक्टर पर एक झंडा लगा हुआ है जो जरनैल सिंह भिंडरावाले(Bhindranwale) की छवि जैसी दिखाई दे रही है।

नई दिल्ली। भारत में कृषि कानूनों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के बीच खालिस्तानी अलगाववादी गुट मौके के ताक पर हैं कि कब वो देश में अशांति फैलाएं। ऐसे में 6 फरवरी को किसान नेताओं द्वारा बुलाए गए चक्का जाम के बीच एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो खालिस्तानी तत्वों के सक्रिय होने की गवाही देता है। बता दें कि न्यूज एजेंसी ANI ने शनिवार को एक वीडियो शेयर किया, जिसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या चक्का जाम में भी खालिस्तानी तत्व घुसपैठ करने में कामयाब हो गए? दरअसल न्यूज एजेंसी एएनआई ने लुधियाना की एक तस्वीर जारी की है, इस तस्वीर में एक ट्रैक्टर पर एक झंडा लगा हुआ है जो जरनैल सिंह भिंडरावाले की छवि जैसी दिखाई दे रही है। बता दें कि जून 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारा गया भिंडरावाले सिखों के धार्मिक समूह दमदमी टकसाल का प्रमुख था।

Bhindarawala pic

भिंडरावाला ने सिखों के लिए अलग देश की मांग की थी, और ऐसी मांग करने वालों का वो प्रमुख बताया जाता है। इतना ही नहीं खालिस्तानी अलगाववादी उसे अपना आदर्श मानते हैं। पिछले दिनों सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में उसके पोस्टर देखे गए थे। विदेशों में खालिस्तानी समर्थकों के प्रदर्शनों में भी उसका पोस्टर दिखता रहा है।

वहीं चक्का जाम की बात करें तो यह दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चला। वहीं हरियाणा, पंजाब में इस चक्का जाम की स्थिति काफी सक्रिय दिखाई दी। इसके अलावा देश के कई राज्यों में किसान संगठनों द्वारा तीन घंटे का यह चक्का जाम आंशिक रुप से रहा। दिल्ली पुलिस चक्का जाम को लेकर पूरी तरह से सतर्क रही। दिल्ली पुलिस के पीआरओ ने जानकारी दी कि, उन्हें इनपुट मिला कि कुछ लोग चक्का जाम के दौरान छिटपुट घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं, तो ऐसे में उसकी तैयारी को लेकर दिल्ली पुलिस सतर्क पर है। इसके अलावा इस तरह की स्थितियों से निपटने के लिए पहले से ही उन जगहों पर खास इंतजाम किए गए थे। वहीं कुछ लोग शहीदी पार्क पहुंचे हुए थे। वहां जो भी लोग मौजूद थे, उन्हें सड़क से हटा दिया गया और ट्रैफिक को फिर से सुचारू रूप से चालू कर दिया गया।

Home Ministry Rakesh Tikait

बता दें कि चक्का जाम का सयम पूरा हो चुका है, इसी बीच, गृह मंत्रालय ने दिल्ली के सिंघु, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर को लेकर जारी किए अपने निर्देश में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी है। बता दें कि इन सीमाओं पर गृह मंत्रालय ने एक बार फिर इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दे दिया है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए इस आदेश में सिंघु, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर इंटरनेट रात 12 बजे तक बंद रहेगा। बता दें कि इन इलाकों में कृषि कानूनों के विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं शनिवार को किसान संगठनों द्वारा बुलाया गया चक्का जाम ज्यादा असरदार नहीं रहा।

farmer protest no internet

राकेश टिकैत क्या बोले-

बता दें कि चक्का जाम के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर में प्रदर्शनकारी किसानो को संबोधित करते हुए कहा कि वे कृषि कानूनों के निरस्त होने तक घर वापस नहीं लौटेंगे और सरकार को उनकी मांगे माननी ही पड़ेंगी। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने चक्का जाम का समय खत्म होने के बाद किसानों को संबोधित करते हुए देशभर में किसान आंदोलन जारी रहने की बात एक बार फिर से दोहराई। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों से नहीं व्यापारियों से लगाव है। उन्होंने दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कहा कि राजधानी में एक-एक कील काटी जाएगी। राकेश टिकैत ने कहा कि, सरकार कृषि क़ानूनों को वापस ले और MSP पर क़ानून बनाए नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा। हम पूरे देश में यात्राएं करेंगे और पूरे देश में आंदोलन होगा।