नई दिल्ली। भारत सरकार कोरोनावायरस से निपटने के लिए लगातार प्रयासरत है। भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार देश के लोगों के साथ जानकारी साझा कर रहा है। कुछ समय पहले चीन से भारत सरकार ने कोरोना रैपिड टेस्ट किट आयात की थीं। जिनमें से कई रैपिड टेस्ट किट्स के ठीक से रिजल्ट नहीं देने की शिकायत आई थी। इसके बाद सरकार ने फैसला किया कि इन कुछ कंपनियों की किटों को वापस चीन भेज दिया जाएगा।
गौरतलब है कि ICMR ने राज्य सरकारों की सलाह दी है कि चीनी कंपनियों Guangzhou Wondfo Biotech और Zhuhai Livzon Diagnostics द्वारा कोरोना वायरस जांच के लिए बनाई गई टेस्ट किट का इस्तेमाल न करें और इन किट्स को वापस कर दें।
ICMR ने ट्वीट में यह जानकारी दी कि इन कंपनियों को कोई भी नया ऑर्डर नहीं दिया गया है।
Due to wide variation in sensitivity, states have been advised to stop using and return antibody testing kits from Guangzhou Wondfo Biotech and Zhuhai Livzon Diagnostics. It is to clarify that no further order has been placed to these companies. #IndiaFightsCorona @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/s011AYGfpX
— ICMR (@ICMRDELHI) April 28, 2020
वहीं भारत सरकार के इस फैसले से चीन बेहद चिंतिंत है। चीन ने मंगलवार को कहा कि वह दो चीनी कंपनियों की ओर से मुहैया कराई गई कोविड-19 त्वरित जांच किट के आकलन के परिणाम और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा इनका उपयोग नहीं किए जाने के फैसले से “बेहद चिंतित” है। उसने उम्मीद जताई कि भारत “तार्किक एवं उचित ढंग” से इस मुद्दे को सुलझाएगा। भारत सरकार के टेस्ट किट वापस करने के फैसले पर चीन घबरा रहा है।
इसी के चलते चीनी दूतावास की प्रवक्ता जी रोंग ने कहा, “हम आकलन के परिणामों और आईसीएमआर के फैसले से बेहद चिंतित हैं। चीन निर्यात किए गए चिकित्सा उपकरणों की गुणवत्ता को बहुत महत्व देता है।”
बता दें चीन से खराब टेस्ट किट सिर्फ भारत को ही नहीं भेजी गईं हैं। अन्य देश भी इस तरह की दिक्कतों का सामना कर चुके हैं।