अब सीएम गहलोत के बगल में नहीं बैठेंगे पायलट, जानिए वजह
बगावती तेवर अख्तियार करने वाले सचिन पायलट (Sachin Pilot) अब सीएम अशोक गहलोत के बगल में नहीं बैठेंगे। उन्हें सीट नंबर 127 मिली है और वो निर्दलीय विधायक के साथ बैठेंगे।
नई दिल्ली। राजस्थान में सियासी संग्राम के बीच आखिरकार कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट से मुलाकात करके उनके और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच चल रहे टकराव को कम करने की कोशिश की है। ये कोशिश सफल हुई है या नहीं ये समय तय करेगा लेकिन इस पूरी लड़ाई में नुकसान सचिन पायलट को होता दिख रहा है। दरअसल बगावती तेवर अख्तियार करने वाले सचिन पायलट (Sachin Pilot) अब सीएम अशोक गहलोत के बगल में नहीं बैठेंगे। उन्हें सीट नंबर 127 मिली है और वो निर्दलीय विधायक के साथ बैठेंगे।
सचिन पायलट की सीटिंग अरेंजमेंट में किए गए बदलाव इसलिए करना पड़ा है क्योंकि अब वो प्रदेश सरकार में मंत्री नहीं है। अपनी सरकार के खिलाफ बगावत की वजह से पिछले दिनों पार्टी ने कार्रवाई करते हुए उन्हें डिप्टी सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाने का फैसला लिया था। पायलट के उपमुख्यमंत्री नहीं रहने की वजह से विधानसभा में उनकी सीट में बदलाव किया गया है। अब उन्हें सीएम गहलोत के बगल वाली सीट भी नहीं मिलेगी। उन्हें निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा के बगल वाली सीट मिली है।
स्पीकर सीपी जोशी ने पिछले दिनों हुए घटनाक्रम के बाद विधानसभा में विधायकों के बैठने को लेकर नए नियम जारी किए हैं। जानकारी के मुताबिक, इसमें सचिन पायलट की जगह संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल मुख्यमंत्री गहलोत के बगल वाली सीट पर बैठे नजर आएंगे। सचिन पायलट अभी मंत्री नहीं हैं ऐसे में उन्हें पीछे की ओर 127 नंबर की सीट दी गई है। ये सीट निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा के बगल में स्थित है।
सचिन पायलट की ही सीट में बदलाव नहीं किया गया है। प्रदेश सरकार के दो और मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्री पद से हटाया गया था, ऐसे में उनकी भी सीट बदल गई है। विश्वेंद्र सिंह अब 14वें नंबर की सीट पर बैठेंगे, वहीं रमेश मीणा को पांचवी लाइन की 54 नंबर सीट दी गई है।
विधायकों की दूरी का एक कारण और समझ आता है और वो ये कि कोरोना के संकट को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इसके अलावा एंट्री गेट पर हाथ धोने और सेनेटाइजेशन को लेकर जरूरी तैयारी की गई है। इस बीच शुक्रवार सुबह में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। जिसके बाद होटल में रूके हुए सभी कांग्रेस विधायक अब विधानसभा के लिए निकल चुके हैं।