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Gujarat: गुजरात के नवसारी में CM केजरीवाल की फजीहत, लोगों ने दिखाए काले झंडे, लगाए मोदी-मोदी के नारे

जब अरविंद केजरीवाल का काफिला जा रहा था, तो सड़कों पर मौजूद लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाने से भी गुरेज नहीं किया है। लोगों द्वारा लगाए जाने वाले मोदी-मोदी के नारे इस बात का प्रमाण है कि अब आगामी विधानसभा चुनाव में सूबे की जनता एक बार फिर से बीजेपी का खैर-मकदम करने के लिए तैयार हो चुकी है।

नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले सभी सियासी दलों के सियासी सूरमा एक्शन मोड में आ चुके हैं। आलम यह है कि कल तक वीरान रहने वाली सूबे की गलियां अब नेताओं की आमद से गुलजार हो रही हैं। सूबे की वीरान गलियों में अब नेताओं की आमद दर्ज कराने की होड़ मची है। बीते दिनों पीएम मोदी भी मुख्तलिफ जिलों का दौरा कर लोगों से बड़े-बड़े वादे करके आए हैं। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा तो जारी ही है। अब इस यात्रा में गुजरात को जीतने में कांग्रेस सफल हो पाती है की नहीं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले जरा अगर आम आदमी पार्टी की स्थिति की बात कर ले तो पिछले कुछ दिनों से आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की सियासी मोर्चे पर सक्रियता अपने चरम पर पहुंच चुकी है। सीएम केजरीवाल एक्शन मोड में आ चुके हैं, लेकिन लगता है कि सूबे की जनता को उनका यह एक्शन मोड तनिक भी रास नहीं आ रहा है। शायद इसलिए आज जब वो गुजरात के नवसारी पहुंचे तो काले झंडों से उनका इस्तकबाल किया गया। इतना ही नहीं, बात अगर काले झंडों द्वारा उनके इस्तकबाल तक ही सीमित होती तो आज मुद्दा इतना गंभीर नहीं होता जितना की आज बन चुका है।

बता दें कि जब अरविंद केजरीवाल का काफिला जा रहा था, तो सड़कों पर मौजूद लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाने से भी गुरेज नहीं किए। लोगों द्वारा लगाए जाने वाले मोदी-मोदी के नारे इस बात का प्रमाण है कि अब आगामी विधानसभा चुनाव में सूबे की जनता एक बार फिर से बीजेपी का खैर-मकदम करने के लिए तैयार हो चुकी है। ध्यान रहे कि इससे पहले भी आप संयोजक कई बार गुजरात में अपनी आमद दर्ज करवा चुके हैं, लेकिन ऐसा वाकया उनके साथ कभी नहीं घटा था, लेकिन आज जैसा उनके साथ हुआ है, उससे तो एक बात साफ हो चुकी है कि आगामी दिनों में सूबे की सियासी राह आप संयोजक के लिए आसान नहीं रहने वाली है। हालांकि, अभी तक इस पूरे वाकये पर आप की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब ऐसी स्थिति में उक्त प्रकरण पर आप नेताओं के क्या रिएक्शन रहते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

After Kejriwal's 'meek' apology, AAP is struggling to not look like a party  of hypocrites

मालूम हो कि गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए आप संयोजक एक्शन मोड में हैं। उन्होंने खुद सूबे की जनता से सीएम फेस के लिए सुझाव मांगे हैं। उन्होंने कहा कि मैं जनता को आगामी 3 नवंबर तक का समय देता हूं, जब तक मेरे पास लोगों के सुझाव आ जाएंगे। इसके बाद में जनता द्वारा सुझाए गए सीएम फेस की घोषणा आगामी 4 नवंबर को कर दूंगा। बता दें कि अभी तक गुजरात विधानसभा चुनाव का ऐलान भी नहीं किया गया है, जिसे लेकर कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल बीजेपी पर हमलावर हो चुकी हैं। विपक्षियों का कहना है कि बीजेपी जानबूझकर चुनाव की तारीखों का ऐलान करने में लेटलतीफी कर रही है।