लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बरेली में शीघ्र ही टेक्सटाइल पार्क के निर्माण कार्य के शुरू हो जाने की घोषणा की। उन्होंने इस घोषणा को करते हुए कहा कि इसे लेकर जो भी समस्याएं थीँ, उनका समाधान हो चुका है। काम अतिशीघ्र शुरू हो जाएगा। कृषि के बाद टेक्सटाइल सर्वाधिक रोजगार देने वाला क्षेत्र है। बरेली और आस-पास क्षेत्रों में इसकी परंपरा भी है। इसके बनने से यहां बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ स्थित आवास पर बरेली मंडल (बरेली, पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर) की समीक्षा कर रहे थे। कोविड से लड़ाई में बरेली मंडल में हुए प्रयासों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने ‘टेस्टिंग’ और ‘ट्रेसिंग’ के महत्व को समझने की जरूरत बताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीलीभीत स्थित ‘चूका’ प्राकृतिक रूप से बेहद खूबसूरत स्थान है पर्यटन और वन विभाग मिलकर ‘चूका’ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करें। पर्यटन क्षेत्र रोजगार सृजन का बड़ा माध्यम है। इस दिशा में नवीन संभावनाएं तलाशी जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बरेली को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की योजना महत्वपूर्ण है। यह परियोजना बड़े बदलाव और व्यापक विकास की वाहक है। इसे शीघ्रता से पूर्ण किया जाए। वहीं, अमृत योजना के कार्यों की प्रगति से अवगत होते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार हर घर में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस संबंध में शिथिलता कतई स्वीकार्य नहीं है। सभी संबंधित परियोजनाओं को शीघ्रता से पूर्ण किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने नदी और तालाब पुनर्जीवन के लिए मनरेगा को माध्यम बनाने की ज़रूरत बताई।
बरेली मंडल के गन्ना किसानों को हुए भुगतान की स्थिति से अवगत होते हुए मुख्यमंत्री ने गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग और जिला प्रशासन समन्वय बनाते हुए शेष बकाया राशि के भुगतान के लिए हर संभव कार्यवाही करने के निर्देश दिए। सभी जिलों की चीनी मिलों के बकाए की समीक्षा शासन और जिला स्तर पर भी हो। किसानों को हर हाल में भुगतान सुनिश्चित कराएं। समय से भुगतान होगा तो किसान भी प्रोत्साहित होगा।
बरेली मंडल में ग्राम पंचायतों में जो ग्राम सचिवालय बनने की धीमी प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश देते हुए उन्होंने शीघ्रता के साथ भूमि चयन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांवों के सामुदायिक शौचालयों के लिए ऐसी जगहों का चयन करें जहां उनका अधिकतम उपयोग हो। सभी की जियो टैगिंग सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने इसके साथ अधिकारियों से कहा कि जरूरतमंदों को रोजी-रोजगार मिले, इसके लिए नियमित जिला स्तरीय बैंकर्स कमेटी के साथ बैठक करें। प्राकृतिक जलस्रोतों तालाब, कुंओं और पोखरों में पानी का संरक्षण करें। गो-आश्रय स्थल निर्माण, स्वच्छ भारत मिशन, विद्युतीकरण जैसे विषयों पर फोकस रखें। ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजना में कृषि क्षेत्र की बुनियादी संरचना को बेहतर करने की असीम संभावनाएं हैं। पीएम स्वधन और मुद्रा जैसी प्रोत्साहित करने वाली योजनाओं से लोगों को लाभान्वित करें। हर ब्लाक में एफपीओ का गठन करें। नवीन गोदामों के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए।