लखनऊ, 8 अप्रैल। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर संवेदनशीलता की मिसाल पेश की है। सोशल मीडिया पर कानपुर देहात के वायरल वीडियो का तत्काल संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार सिंह और एसपी केशव कुमार चौधरी को पीड़ित महिला अंजू के घर भेजा, जहां अधिकारियों ने महिला को 10 हजार का चेक और फलों की टोकरी सौंपी।
दरअसल, बीते दिनों कानपुर देहात के अमराहट थाना क्षेत्र में नशे में चूर होमगार्ड देवेंद्र के हंगामे और मारपीट का वीडियो सामने आया था, जिसमें होमगार्ड ने महिला के साथ अश्लील हरकत करते हुए छेड़खानी की। पीड़िता ने इसका विरोध किया, तो होमगार्ड ने उसे पीट दिया और उसके दुकान की सब्जियों को भी फेंक दिया। यह वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा, तो उन्होंने तत्काल आरोपी होमगार्ड को बर्खास्त करने और डीएम-एसएसपी को पीड़ित महिला से संपर्क कर आर्थिक मदद करने के निर्देश दिए। सीएम के निर्देश पर पुलिस ने आरोपी होमगार्ड के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साथ ही पीड़ित महिला के घर जाकर 10 हजार रुपए की आर्थिक मदद भी की। इससे पहले भी कई बार मुख्यमंत्री योगी ने मानवता दिखाते हुए वायरल वीडियो पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
हाल ही में केजीएमयू में जिंदगी और मौत से जूझ रहे गोरखपुर के पीपीगंज निवासी फुटबॉल खिलाड़ी साजन गुप्ता की हालत का संज्ञान मुख्यमंत्री ने लिया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने केजीएमयू के डॉक्टरों को साजन गुप्ता के बेहतर ईलाज के निर्देश दिए थे। साथ ही मुख्यमंत्री ने पीड़ित खिलाड़ी की आर्थिक मदद के भी निर्देश जारी किए थे।
सरकार के चार साल पूरे होने पर सीएमओ की तरफ से विवेकाधीन फंड को लेकर ब्यौरा जारी किया गया था। आंकड़े बताते हैं कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस कोष के तहत गरीबों की सभी सरकारों से ज्यादा मदद की है। सीएम ने पुराने सभी रिकॉर्ड्स को तोड़कर गरीबों और बीमारों की मदद के लिए 4 साल में 10 अरब रुपए दिए हैं।