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कांग्रेस ने भाजपा पर फेसबुक अधिकारी अंखी दास से संबंधों के आरोप लगाए

विपक्षी कांग्रेस (Congress) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक (Facebook) के बीच ‘अपवित्र सांठगांठ’ है।

नई दिल्ली। विपक्षी कांग्रेस (Congress) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक (Facebook) के बीच ‘अपवित्र सांठगांठ’ है। पार्टी ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों के साथ फेसबुक एग्जीक्यूटिव अंखी दास (Ankhi das) का कनेक्शन उजागर हुआ है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा (Pawan Khera) ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जुलाई 2012 के एक मेमो का हवाला दिया। यह एक बंद दरवाजे की बैठक में मध्यस्थ नियमों के संदर्भ में फेसबुक में तत्कालीन पब्लिक पॉलिसी ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट मार्ने लेविने द्वारा लिखित था। इसमें कहा गया है कि तत्कालीन केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) और संसद के विपक्षी सदस्यों को इन नियमों पर चर्चा करनी थी।

ankhi das

खेड़ा ने आरोप लगाया कि आंतरिक मेल से पता चलता है कि जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सत्ता में थी, तब भाजपा और फेसबुक के बीच एक संबंध था। उन्होंने कहा कि इसी मेमो में गोपनीयता कानून का उल्लेख किया गया था, जिसे सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति ए. पी. शाह की अध्यक्षता में ‘ग्रुप ऑफ एक्सपर्ट्स ऑन प्राइवेसी’ द्वारा तैयार किया गया था।

खेड़ा ने मेमो के हवाले से कहा, अंखी (दास), सरकार द्वारा नियुक्त समिति के सदस्यों के साथ संपर्क में थीं। समिति के सदस्य डीपीए की संरचनाओं और शक्तियों के बारे में बहुत स्पष्ट नहीं थे। कांग्रेस ने कहा कि उसे संप्रग सरकार पर गर्व है, जिसने लॉबिस्टों (लॉबी करने वाले) के साथ संबंध नहीं रखे जैसा कि मेल में कहा गया है।

pawan khera

कांग्रेस ने कहा कि जब मामला सुप्रीम कोर्ट के पास था तो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने मीडिया में इसे जीवित रखा और भाजपा के राजीव चंद्रशेखर सहित कुछ लोगों द्वारा जनहित याचिका दायर की गई। पार्टी ने कहा कि फेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉलिसी प्रमुख अंखी दास ने 2014 के लोकसभा परिणाम घोषित होने के एक दिन बाद 17 मई 2014 को एक लेख लिखा था।

पार्टी ने दास के लेख के हवाले से कहा, भारत के 2014 के चुनावों को कई कारणों से याद किया जाएगा, लेकिन विशेष रूप से यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के कारण याद किया जाएगा। जो कि 2011 से सरकारी सेंसरशिप के साथ जुड़े हैं और महत्वपूर्ण राजनीतिक अभियान उपकरण के साथ ही राजनीतिक अभिव्यक्ति और आयोजन के लिए मुफ्त में एक जगह बन गए। हमने चार मार्च को इलेक्शन ट्रैकर लॉन्च किया और इसमें भाजपा लगातार पूरे अभियान में नंबर एक पार्टी रही और नरेंद्र मोदी पूरे अभियान में नंबर एक नेता रहे।

ankhi das

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर घृणा सामग्री मामले की कांग्रेस संसदीय जांच की मांग कर रही है। इसके साथ ही अब पार्टी महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को पत्र लिखकर सोशल मीडिया दिग्गज द्वारा इस पूरे विवाद की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

कांग्रेस ने इस विवाद की पृष्ठभूमि में मंगलवार को जुकरबर्ग को ईमेल के माध्यम से पत्र भेजकर आग्रह किया कि इस पूरे मामले की फेसबुक मुख्यालय की तरफ से उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और जांच पूरी होने तक उसके भारतीय शाखा के संचालन की जिम्मेदारी नई टीम को सौपीं जाए, ताकि जांच प्रक्रिया प्रभावित न हो सके।

फेसबुक

कांग्रेस ने कहा कि अमेरिका स्थित वॉल स्ट्रीट जर्नल के लेख में किए गए खुलासे से पार्टी निराश है और भारत के चुनावी लोकतंत्र में फेसबुक इंडिया के हस्तक्षेप का गंभीर आरोप है। विपक्षी दल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भारत में फेसबुक और व्हाट्सएप को नियंत्रित करने का आरोप लगाया है।