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कांग्रेस विधायकों से गुप्त नहीं खुलेआम मिलूंगा : दिग्विजय सिंह

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह बेंगलुरु में विधायकों से मुलाकात न कराए जाने पर धरना पर बैठ गए हैं। साथ ही कहा है कि ‘विधायकों से गुप्त रूप से नहीं खुलेआम मिलूंगा।

भोपाल/बेंगलुरु। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह बेंगलुरु में विधायकों से मुलाकात न कराए जाने पर धरना पर बैठ गए हैं। साथ ही कहा है कि ‘विधायकों से गुप्त रूप से नहीं खुलेआम मिलूंगा।’ दिग्विजय सिंह ने बेंगलुरु पहुंचने के बाद ट्वीट कर कहा है,”मैं बेंगलुरु में अपने विधायकों से मिलने आया हूं। कर्नाटक पुलिस हमें मिलने नहीं दे रही है। मैं गांधीवादी हूं, निहत्था हूं। उनकी सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं हूं। मैं गुप्त रूप से नहीं, खुलेआम मिलने आया हूं, लेकिन भाजपा उन्हें तालाबंद रखना चाहती है और लोकतंत्र का अपहरण कर लिया है।”

Digvijay Singh

उन्होंने आगे कहा, “विधायक निजी नागरिक नहीं हैं। वो लाखों जनता और वोटरों के प्रतिनिधि हैं। विधायक को अगर कोई संकट है तो संवैधानिक व्यवस्था है कि, वे स्पीकर को मिलें, या सदन पटल पर बोलें या पार्टी के अधिकृत प्रतिनिधियों से कहें। अन्य कोई भी तरीका लोकतंत्र का अपहरण है।”

सिंह ने कहा है कि बेंगलुरु में तो भाजपा की सरकार है। यहां की पुलिस भाजपा सरकार के अधीन है। मैं यहां गांधीवादी तरीके से अपने विधायकों से मिलने आया हूं। मुझे तो भाजपा के राज में भी, उनकी पुलिस के बीच भी डर नहीं लग रहा है। लेकिन भाजपा नेता कह रहे हैं कि विधायकों को डर है। तो डर किससे है? खुद भाजपा से न?

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चार्टर विमान से राज्य के कांग्रेस के पांच से ज्यादा नेताओं के साथ बेंगलुरु पहुंचे और उन्होंने वहां के एक रिसार्ट में पहुंचकर कांग्रेस के उन विधायकों से मुलाकात करने की कोशिश की जो पार्टी से बगावत कर चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री सिंह के साथ राज्य सरकार के मंत्री जीतू पटवारी, तरुण भनोत, विधायक कुणाल चौधरी, आरिफ मसूद, कांतिलाल भूरिया अदि है। इन कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सिंह राज्यसभा के उम्मीदवार है और अपने विधायकों से मिलने आए हैं, मगर उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है।

Congress leader Digvijaya Singh

दिग्विजय सिंह का कहना है कि, बेंगलुरु से विधायकों से मिले बगैर वापस नहीं लौटेंगे, संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि उनकी पांच विधायकों से बात हुई है, जो अपने आप को बंधक बनाए जाने की बात कह रहे हैं, मगर बेंगलुरु पुलिस विधायकों से मिलने नहीं दे रही है। गौरतलब है कि कांग्रेस के 22 विधायकों ने बगावत कर इस्तीफा दे दिया है, इन विधायकों में से छह के इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष मंजूर कर चुके हैं और बीते एक सप्ताह से ज्यादा समय से वे बेंगलुरु में है। कांग्रेस का आरोप है कि इन विधायकों को भाजपा ने बंधक बना रखा है।