नई दिल्ली। कांग्रेस के पुराने नेता और राजस्थान के उप मुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट को पार्टी के पद से सोमवार को हटा दिया गया है। पार्टी आलाकमान ने उनपर ये कार्रवाई अनुशासनहीनता के चलते किया है। उनपर हुई इस कार्रवाई के बाद से कांग्रेस के ही अंदर विरोधाभास की आवाजें आनी शुरू हो गई हैं।
शशि थरूर ने कहा
आपको बता दें कि पार्टी की इस कार्रवाई के बाद से ही, कई नेताओं ने अपना दुख प्रकट किया। दिग्गज नेता शशि थरूर ने भी सचिन पायलट को लेकर मंगलवार को कहा कि वह पायलट के पार्टी छोड़ने को लेकर दुखी हैं। एक ट्वीट करते हुए शशि थरूर ने कहा, ‘मैं सचिन पायलट के कांग्रेस छोड़ने को लेकर दुखी हूं। काश! बात यहां तक नहीं पहुंची होती। अलग होने के बजाय उन्हें अपने और हमारे सपनों को पूरा करने के लिए पार्टी को बेहतर और प्रभावशाली बनाने के प्रयास में शामिल होना चाहिए था।’
हुई बड़ी कार्रवाई
गौरतलब है कि अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावती रुख अपनाने वाले पायलट और उनके साथी नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने कड़ी कार्रवाई की है। पायलट को उपमुख्यमंत्री पद के साथ-साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है। इसके साथ ही विशवेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया है। पायलट की जगह पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। हालांकि, पायलट ने अपने अगले कदम के बारे में कोई घोषणा नहीं की है।
लगी इस्तीफों की झड़ी
बता दें कि सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के तुरंत बाद एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने भी मंगलवार को पद से इस्तीफा दे दिया। पूनिया ने कहा कि युवक कांग्रेस, राष्ट्रीय भारतीय छात्र संघ (एनएसयूआई) और सेवा दल में विभिन्न पदों पर रहे लगभग 400 से 500 सदस्यों ने ताजा घटनाक्रम के विरोध में इस्तीफा दे दिया है।