नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायकों को रविवार को जयपुर से भोपाल लाया जा रहा है। विशेष विमान से लाए जा रहे ये विधायक भोपाल में एक साथ रखे जाएंगे। कांग्रेस के उच्च सूत्रों ने बताया है कि विधायक जयपुर के हवाईअड्डे पर पहुंच चुके हैं और उन्हें वहां से विशेष विमान से भोपाल लाया जा रहा है। विधायकों की संख्या 90 बताई जा रही है। इन विधायकों के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत और राष्ट्रीय सचिव सुधांशु त्रिपाठी भी आ रहे हैं।
गौरतलब है कि 11 मार्च को कांग्रेस के विधायकों को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव सुधांशु त्रिपाठी के साथ जयपुर भेजा था। यह विधायक चार दिन तक जयपुर के एक रिसॉर्ट में रहे, इस दौरान विधायकों ने कई मंदिरों और देव स्थलों का भ्रमण किया। इन विधायकों से कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक व हरीश रावत ने भी संवाद किया था।
इससे पहले राज्यपाल लालजी टंडन की तरफ से आधी रात निर्देश आया है कि कमलनाथ सरकार 16 मार्च को बहुमत साबित करे। बता दें कि मध्य प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से खलबली मची हुई है। कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफा देने से कमलनाथ सरकार गिरने के कगार पर है।
राजभवन द्वारा मुख्यमंत्री को एक चिट्ठी जारी की गई है जिसमें राज्यपाल ने सीएम को कहा कि मध्य प्रदेश की हाल की घटनाओं से उन्हें प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि उनकी सरकार ने सदन का विश्वास खो दिया है और ये सरकार अब अल्पमत में है।
राज्यपाल ने कहा है कि ये स्थिति अत्यंत गंभीर है और सीएम कमलनाथ 16 मार्च को सदन में बहुमत साबित करें। वहीं खबर है कि कांग्रेस राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा सकती है। राज्यपाल ने अपने पत्र में लिखा है, “मुझे जानकारी मिली है कि 22 विधायकों ने मध्य प्रदेश विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने इलेक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया को भी इसकी जानकारी दी है। मैंने इस बावत मीडिया कवरेज को भी देखा है।”