Prophet Remark Row: दंगा करने वालों पर बरसीं बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन, बोलीं- पैगंबर भी आलोचना के दायरे में
तसलीमा ने लिखा है कि अगर पैगंबर मोहम्मद आज जीवित होते, तो हिंसा कर रहे दुनियाभर के मुस्लिम कट्टरपंथियों का पागलपन देखकर दंग रह जाते और चौंक पड़ते। तसलीमा इससे पहले भी लगातार मुस्लिम कट्टरपंथ के खिलाफ आवाज उठाती रही हैं। अपने मुल्क बांग्लादेश में ही उनके खिलाफ तमाम फतवे जारी हुए थे।
नई दिल्ली। चर्चित और विवादों में रहने वाली बांग्लादेश की लेखिका तसलीमा नसरीन ने पैगंबर पर विवादित टिप्पणी के बारे में अपनी राय जाहिर की है। तसलीमा ने ट्वीट किया है कि आलोचना से ऊपर कोई नहीं है। उन्होंने लिखा कि कोई इंसान, संत, मसीहा, पैगंबर और भगवान भी आलोचना के दायरे में हैं। लेखिका ने ये भी लिखा है कि दुनिया को बेहतर बनाने के लिए आलोचना जरूरी है। इसके अलावा तसलीमा ने लिखा है कि अगर पैगंबर मोहम्मद आज जीवित होते, तो हिंसा कर रहे दुनियाभर के मुस्लिम कट्टरपंथियों का पागलपन देखकर दंग रह जाते और चौंक पड़ते।
No one is above criticism, no human, no saint, no messiah, no prophet, no god. Critical scrutiny is necessary to make the world a better place.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) June 8, 2022
तसलीमा इससे पहले भी लगातार मुस्लिम कट्टरपंथ के खिलाफ आवाज उठाती रही हैं। अपने मुल्क बांग्लादेश में ही उनके खिलाफ तमाम फतवे जारी हुए थे। इसकी वजह तसलीमा की किताब ‘लज्जा’ थी। इस किताब में तसलीमा ने कट्टरपंथ और मुस्लिमों में मौजूद तमाम कुप्रथाओं के बारे में लिखा था। इसके बाद उनपर इस्लाम विरोधी होने का आरोप लगा। बांग्लादेश में तसलीमा को जान से मारने की धमकियां भी मिलने लगी थीं। इसके बाद तसलीमा ने 1994 में बांग्लादेश छोड़ दिया था। वो अभी स्वीडन की नागरिक हैं। पिछले 20 साल से वो अमेरिका और यूरोप के अलावा कम अवधि के वीजा पर भारत में भी रहती रही हैं।
Even if prophet Muhammad was alive today, he would have been shocked to see the madness of the Muslim fanatics around the world.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) June 10, 2022
बता दें कि बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद और उनकी पत्नी बीबी आयशा के बारे में एक टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी से मुसलमान गुस्से में हैं। तमाम कट्टरपंथियों ने नूपुर को रेप और सिर कलम करने की धमकियां दी हैं। नूपुर की टिप्पणी के बाद कट्टरपंथियों ने 3 जून को यूपी के कानपुर और बीते शुक्रवार को देशभर में प्रदर्शन किया। इस दौरान कई जगह हिंसा की घटनाएं हुईं। अब इस पर ही तसलीमा नसरीन ने अपनी राय ट्विटर के जरिए जाहिर की है।