कोरोना संकट: देखिए कैसे भारतीय उद्योगपति ऐसे वक्त में खड़े हो रहे हैं देश की जनता के साथ

कोरोना वायरस का संकट देश में गहराता जा रहा है। भारत इस महामारी के तीसरे चरण में प्रवेश कर चुका है, जहां खतरा बेहद ज्यादा है। देश में अब तक कोविड-19 के 446 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 10 लोगों की मौत हो चुकी है।

Avatar Written by: March 24, 2020 10:52 am

नई दिल्ली। कोरोना वायरस का संकट देश में गहराता जा रहा है। भारत इस महामारी के तीसरे चरण में प्रवेश कर चुका है, जहां खतरा बेहद ज्यादा है। देश में अब तक कोविड-19 के 446 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 10 लोगों की मौत हो चुकी है। पूरा देश लगभग लॉक डाउन की हालत में है। अदिकतर राज्यों में कर्फ्यू लगा दी गई है। संकट के इस दौर में जहां सरकार हर तरह के मदद का आश्वासन दे रही है वहीं देश के कई बड़े बिजनेसमैन भी देश की जनता की सेवा और मदद के लिए आगे आए हैं।

प्राइवेट हॉस्पिटल ‘सिक्स सिग्मा’ बनेगा 300 बेड का कोविड-19 हॉस्पिटल

देश में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य और प्रबंधन के क्षेत्र में विख्यात संस्था ‘सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर’ के कार्यालय को क्वारंटाइन हाउस में बदलने का निर्णय लिया है। खास बात यह है कि स्वयं सिक्स सिग्मा नामक इस निजी कंपनी ने भारत सरकार को यह पेशकश की, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। कंपनी के चेयरमैन डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे से मुलाकात की। DR. Pradeep Bhardwaj Six Sigma Star Healthcareचौबे के साथ ही उन्होंने संयुक्त सचिव सुनील शर्मा व डॉ. एन. के. धमीजा से भी मुलाकात की। डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजे प्रस्ताव में कहा, “आप हमारा पूरा मेडिकल स्टाफ ले लीजिए या दिल्ली के नजफगढ़ स्थित हमारी बिल्डिंग (सिक्स सिग्मा हाऊस) को ही कोविड-19 हॉस्पिटल में बदल दिया जाए।”

DR. Pradeep Bhardwaj Six Sigma Star Healthcare

सुनील शर्मा ने सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के इस कदम का स्वागत किया और एम्स, दिल्ली को निर्देश देते हुए कहा, “सिक्स सिग्मा को एक सैम्पल कोविड-19 पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) दिया जाए, ताकि सिक्स सिग्मा इस बीमारी से लड़ने के लिए अपनी पूर्ण तैयारी कर सकें।” प्राइवेट हेल्थकेयर सेक्टर में यह किसी कंपनी का पहला अनूठा कदम है, जिसने स्वयं आगे बढ़कर लोगों की सेवा करने की मिसाल पेश की है।

मुकेश अंबानी ने ऐसे बढ़ाया मदद का हाथ

मुकेश अंबानी की सीएसआर (कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी) इकाई द्वारा संचालित अस्पताल ने अपने एक अस्पताल में कोरोना वायरस मरीजों के लिये 100 बेड वाली एक इकाई स्थापित की है।

Mukesh Ambani

इसके साथ ही कंपनी कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों को ले जाने वाले आपातकालीन वाहनों को मुफ्त में ईंधन उपलब्ध कराएगी। वहीं रिलायंस फाउंडेशन उन लोगों को मुफ्त में खाना उपलब्ध कराएगी जिनकी इस महामारी के कारण आजीविका प्रभावित हुई है। आरआईएल ने कोविड-19 के खिलाफ इस एक्शन प्लान को अमल में लाने के लिए रिलायंस फाउंडेशन, रिलायंस रिटेल, जियो, रिलायंस लाइफ साइंसिज, रिलायंस इंडस्ट्रीज ओर रिलायंस परिवार के सभी 6,00,000 सदस्यों की संयुक्त ताकत को अमल में लाना शुरू कर दिया है।


सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन – सिर्फ दो सप्ताह के थोड़े समय में, सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के सहयोग से, सेवन हिल्स हॉस्पिटल, मुंबई में एक समर्पित 100 बिस्तर का सेंटर स्थापित किया है। ये सेंटर मुंबई के उन मरीजों के लिए है जो कि कोविड-19 के लिए हुए टेस्ट में पॉजिटिव आए हैं। यह भारत में अपनी तरह का पहला सेंटर है, जो कि पूरी तरह से रिलायंस फाउंडेशन द्वारा फंडेंड है और इसमें एक निगेटिव प्रेशर रूम शामिल है जो क्रॉस कंटेमीनेशन को रोकने में मदद करता है और संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद करता है। सभी बेड आवश्यक बुनियादी ढांचे, बायो मेडिकल उपकरण जैसे वेंटिलेटर, पेसमेकर, डायलिसिस मशीन और रोगी निगरानी उपकरणों से सुसज्जित हैं।

महिन्द्रा ग्रुप के चेयरमैन इस तरह करेंगे देशवासियों की मदद

महिन्द्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिन्द्रा ने आगे कहा कि महिन्द्रा फाउंडेशन एक फंड बनाएगी, जो महिन्द्रा ग्रुप की वैल्यू चेन (छोटे बिजनेस और सेल्फ इंप्लॉयड) में सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वालों की मदद करेगा। हम अपने एसोसिएट्स को इस फंड में स्वैच्छिक योगदान के लिए प्रोत्साहित करेंगे। आनंद महिन्द्रा इस फंड में अपनी 100 फीसदी सैलरी देंगे और अगले कुछ महीनों में और ज्यादा योगदान देंगे।

आनंद महिन्द्रा ने यह भी कहा है कि महिन्द्रा ग्रुप तुरंत प्रभाव से इस बारे में काम शुरू कर रहा है कि कैसे हमारी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज वेंटिलेटर्स बना सकती हैं। साथ ही महिन्द्रा हॉलिडेज में रिजॉर्ट को अस्थायी केयर फैसिलिटीज के तौर पर देने के लिए भी ग्रुप तैयार है।

अनिल अग्रवाल देंगे 100 करोड़

Anil Aggarwal Vedanta Group

खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वेदांता लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘‘महामारी से लड़ने के लिए मैं 100 करोड़ रुपये देने की प्रतिबद्धता जता रहा हूं। जरूरत पड़ने पर हम कोष में वृद्धि भी कर सकते हैं।’’ वेदांता ने एक बयान में कहा कि दिहाड़ी मजदूरों, कंपनी के कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों के साथ ही कंपनी के संयंत्रों के आसपास के इलाकों में लोगों की उपचारात्मक स्वास्थ्य देखभाल के लिए इस कोष का इस्तेमाल किया जाएगा। वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड वेदांता ने कहा है कि कंपनी इस संकट की अवधि में अस्थायी कर्मचारियों सहित अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं करेगी या किसी भी कर्मचारी को निकालेगी नहीं।


इसके अलावा कंपनी ने कोविड-19 के लिए वेदांता के कर्मचारियों और उनके परिवारों को विशेष बीमा कवर देने का फैसला भी किया है। इसके साथ ही कंपनी के संयंत्रों के आसपास चाय की दुकान या सब्जी के ठेलों के जरिए आजीविका चलाने वाले लोगों की मदद भी की जाएगी, ताकि उनकी गुजर-बसर होती रहे। कंपनी ने कहा है कि परिचालन वाले क्षेत्रों में सभी चलायमान स्वास्थ्य वैन सुरक्षात्मक स्वास्थ्य देखभाल में मदद करेंगी और प्रत्येक व्यावसायिक उसके आस पास काम करने वाले इकाई दिहाड़ी मजदूरों और चाय विक्रेताओं के गुजर बसर में भी मदद करेगी।

विजय शेखर देंगे 5 करोड़

डिजिटल भुगतान से जुड़ी कंपनी पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर ने कहा है कि हमें अधिक संख्या में भारतीय इनोवेटर्स, शोधकर्ताओं की जरूरत है जो वेंटिलेटर की कमी और कोविड-19 के इलाज के लिए देशी समाधान खोज सकें। पेटीएम संबंधित चिकित्सा समाधानों पर काम करने वाले ऐसे दलों को पांच करोड़ रुपये देगी।

vijay Shekhar Paytm India

विजय शेखर ने आईआईएससी, बेंगलुरु के प्राध्यापक गौरव बनर्जी के एक संदेश पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही। बनर्जी ने अपने संदेश में किसी आपातकालीन स्थिति में देशी तकनीक का इस्तेमाल कर वेंटिलेटर बनाने की बात कही थी।

मनीष मुंद्रा

manish-mundra

कोरोनावायरस की मार झेल रहे देश की मदद के लिए फिल्म मेकर मनीष मुंद्रा भी सामने आए हैं। मनीष ने ट्वीट कर 3 करोड़ रुपए दान देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया है कि उनका मकसद 70 वेंटिलेटर बनाने का है।