साधु संतों की अपील, रामनवमी पर मत आएं अयोध्या, रामजन्मभूमि न्यास ने भी जारी की अपील

अयोध्या के संतों ने राम नवमी मेले में श्रद्धालुओं से अयोध्या नही आने की अपील की है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने देश के श्रद्धालुओं और संत-धर्माचार्यों से अपील करते हुए कहा कि समाज जब सुरक्षित रहेगा तभी राष्ट्र और उसको संचालित करने वाली संस्थाएं, मठ- मंदिर, मेले और परम्पराएं जीवित रहेंगी।

Avatar Written by: March 21, 2020 5:07 pm

नई दिल्ली। अयोध्या के संतों ने राम नवमी मेले में श्रद्धालुओं से अयोध्या नही आने की अपील की है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने देश के श्रद्धालुओं और संत-धर्माचार्यों से अपील करते हुए कहा कि समाज जब सुरक्षित रहेगा तभी राष्ट्र और उसको संचालित करने वाली संस्थाएं, मठ- मंदिर, मेले और परम्पराएं जीवित रहेंगी। उन्होंने श्रद्धालुओं से पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से दी गई कोरोना वायरस से बचने की जानकारी को जन-जन तक बताने को कहा है।

राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य महंत कमलनयन दास ने भी भक्तों के नाम अपील जारी की है। उन्होंने कहा है कि रामनवमी अयोध्या का सबसे बड़ा पर्व है पर इस समय परिस्थिति ठीक नही है। राष्ट्र की सुरक्षा व जन-जन की सुरक्षा के लिए सभी श्रद्धालु नवरात्रि व राम नवमी के दौरान अपने अपने घरों में रहकर उत्सव पूजा पाठ उपासना करें।

कमलनयन दास ने कहा है कि सभी लोग सावधानी बरतें। उन्होंने रामनवमी पर्व पर श्रद्धालुओं से प्रार्थना की है कि वे घरों में रहकर उत्सव मनाए। भीड़ करने की आवश्यकता नही है। श्रद्धालुओ को प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। रामनवमी का मेला अयोध्या में 25 मार्च से 2 अप्रैल तक चलेगा।

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एहतियात के लिए डीएम और एसएसपी प्रसिद्ध मठ मंदिरों के संतों से मुलाकात कर इस वायरस के भयानक प्रभाव की जानकारी दे रहे हैं। कोरोना के खतरे को देखते हुए मठों के महंतों ने श्रद्धालुओं से श्रीराम जन्मोत्सव को अपने घरों में मनाने की अपील शुरू कर दी है। इसी के मद्देनज़र नवसंवत्सर की पूर्व संध्या पर विक्रमादित्य महोत्सव समिति ने अपने परंपरागत कार्यक्रम रामकोट की परिक्रमा को स्थगित कर दिया है। यह कार्यक्रम 24 मार्च को आयोजित था।