नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोनावायरस के प्रकोप के बीच गरीबों की रोजी रोटी सलामत रखने की ऐतिहासिक पहल की है। योगी ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए कई ऐलान किए हैं। कोरोना वायरस के दौर में सबसे अहम गरीब मजदूरों और रोज कमाने, रोज खाने वालों की जिंदगी का ध्यान रखना है। कोरोना के चलते काम, धंधा और निर्माण की गतिविधियां सभी कुछ प्रभावित हुआ है। इसलिए सबसे अधिक संकट दैनिक मजदूरों की जिंदगी पर आया है।
सीएम योगी ने ऐलान किया कि राज्य में 15 लाख दिहाड़ी मजदूरों और 20.37 लाख निर्माण श्रमिकों को उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करने में मदद करने के लिए हर एक को 1000 रुपये रोज दिया जाएगा। सीएम योगी ने साथ ही साथ रेहड़ी पटरी वालों का भी ध्यान रखा है। उन्होंने ऐलान किया है कि साथ ही रेहड़ी वालों को 1000 रुपये की राशि दी जाएगी। ये मदद राशि मजदूरों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
यूपी में लेबर सेस से मदद मुहैया कराने की भी कोशिश की जा रही है। जनता कर्फ्यू को लेकर भी मुख्यमंत्री योगी ने खास तैयारियां की हैं। उन्होंने कहा कि जनता कर्फ़्यू का आह्वान है, कृपया घरों में रहें। रविवार को मेट्रो, बसें, सिटी बसें बंद रहेंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भी कोरोना से बचाव और लड़ने के लिए पूरी सतर्कता बरती है।
योगी सरकार की अगुवाई में यूपी में संक्रमण को रोकने के लिए तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है। सभी जिलों के अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए है और पर्याप्त चिकित्साकर्मी तैनात किए गए हैं। श्रम विभाग में 20 लाख 37 हजार पंजीकृत श्रमिकों, दैनिक सफाईकर्मी, ठेले वाले 15 लाख लोगों को भी भरण-पोषण के तौर पर एक हजार रुपये इनके बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी ने लोगों से पैनिक में न आने और जमाखोरी ना करने की अपील भी की है।