खोजी कुत्ते किस तरह से करेंगे कोरोना की जांच, ब्रिटेन की इस रिसर्च पर भारत की नजर
वैज्ञानिकों की एक टीम खोजी कुत्तों(स्निफर डॉग्स) पर रिसर्च कर रही है कि क्या ये कोरोना से संक्रमित मरीज का पता सूंघ कर लगा सकते हैं।
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस खतरनाक स्तर पर पहुंचती जा रही है। दुनिया भर में कोविड-19 ने मौत का तांडव मचा रखा है। इस महामारी की चपेट में दुनिया की बड़ी से बड़ी महा शक्तियां आ चुकी हैं और हेल्थ केयर सिस्टम पूरी तरीके से चरमरा गए हैं। लाखों लोग कोरोना के संक्रमण के चलते काल के गाल में समा चुके हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद अभी ये माना जा रहा है कि कोविड-19 की वैक्सीन बनने में अभी साल भर से ज्यादा का वक़्त लग सकता है।
ऐसे भारत समेत पूरी दुनिया में कोशिश हो रही है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करके कोरोना के संक्रमण के प्रसार पर किसी तरह से काबू पाया जा सके। हालांकि कोविड-19 के संक्रमण का पता लगाने के लिए होने वाला टेस्ट समय भी लेता और किट भी सीमित संख्या में उपलब्ध हो पा रही हैं।
इसलिए अब वैज्ञानिकों की एक टीम खोजी कुत्तों(स्निफर डॉग्स) पर रिसर्च कर रही है कि क्या ये कोरोना से संक्रमित मरीज का पता सूंघ कर लगा सकते हैं। दुनिया आज जब संकट से जूझ रही है तो क्या जानवरों में इंसान के सबसे अच्छे दोस्त कुत्तों की प्रजाति कोई मदद कर सकती है। इस बारे में जानकारी हासिल करने के लिए यूके के लन्दन स्कूल ऑफ हाइजीन एन्ड ट्रॉपिकल मेडिसिन और डरहम यूनिवर्सिटी ने ‘मेडिकल डिटेक्शन डॉग्स नाम की संस्था के साथ ये टेस्ट शुरू भी कर दिया है।
विज्ञान के मुताबिक कुछ रोग जैसे मलेरिया, पार्किंसन और कैंसर की कुछ बीमारियों से ग्रसित लोगों में खास गन्ध होती है, जिसके जरिये ये ‘स्निफर डॉग संक्रमण का पता बड़ी ही आसानी से लगा लेते हैं। ऐसे में अगर कुत्तों के साथ ये ये परीक्षण सफल रहता है तो इन खास कुत्तों का इस्तेमाल एयरपोर्ट पर जांच के दौरान किया जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक ये कुत्ते एक घण्टे में 750 यात्रियों का परीक्षण कर सकते हैं।
गौरतलब है कि इस वक्त भारत में भी कोरोना वायरस अपना कहर बरपा रहा है हर दिन हजारों की संख्या में संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं इसको देखते हुए यूके में किया जा रहा यह परीक्षण भारत के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकता है। अगर खोजी कुत्तों द्वारा कोविड-19 के पता लगा लेने का परीक्षण सफल रहता है तो ये भारत जैसे देश के लिए वरदान साबित हो सकता है।
कोरोना महामारी के इस दौर में भारत जैसा सवा अरब की जनसंख्या वाले देश में बड़ी संख्या में टेस्ट करना और एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग करना इतना आसान नहीं है। भारत में भी देश की सेना और पुलिस के लिए स्निफर डॉग को ट्रेन करने का दो दशक से ज्यादा अनुभव रहा है।
लेकिन भारत में अभी स्निफर डॉग्स का इस्तेमाल मिलिट्री-पुलिस ऑपेरशन, कस्टम चेकिंग के लिए ही किया जाता रहा है। अगर यूके का प्रयोग सफल रहा तो ऐसे में इंसान से 10 गुना सूंघने की क्षमता रखने वाले जानवर कुत्ते की मदद बेहद कारगर होगी। इसके लिए जर्मन शेफर्ड, लेब्राडोर, स्प्रिंगर स्पेनियल ब्रीड के कुत्तों की इस प्रयोग में मदद ली जा सकती है। ये प्रयोग भारत जैसे बड़े देश के लिहाज से बेहद कारगर साबित हो सकता है।