नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोनावायरस (Coronavirus) का कहर जारी है। भारत (India) में भी इस महामारी (Epidemic) ने अपना तांडव मचा रखा है। लेकिन राहत की बात यह है कि भारत में इससे मौत के आंकड़े जहां कम हैं वहीं इसकी रिकवरी दर (Recovery Rate) भी बेहतर है। ऐसे में सरकार की तरफ से यह कोशिश की जा रही है कि इस मामले में और सावधानी बरती जाए और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाकर इस महामारी से पूरे देश को निजात दिलाई जाए। भारत में मंगलवार की रात कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण के कुल मामले 50 लाख के पार पहुंच गए। 40 लाख की संख्या पार करने के महज 11 दिन बाद भारत में संक्रमितों की कुल संख्या 50 लाख के पार पहुंच गई है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक 39,26,096 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। देश में कोरोनावायरस से रिकवरी की दर 78.28 प्रतिशत है। वहीं सरकार का भी इस मामले पर कहना है कि दुनिया में भारत रिकवरी के मामले में सबसे आगे है।
सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि कोरोना मरीजों की पहचान के लिए देशभर में टेस्टिंग लगातार बढ़ाई जा रही है, सोमवार को देशभर में 10.72 लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट हुए हैं और कुल कोरोनावायरस टेस्टिंग का आंकड़ा अब बढ़कर 5.83 करोड़ को पार कर चुका है। दुनियाभर में अमेरिका के बाद भारत में ही सबसे ज्यादा कोरोना टेस्ट हो रहे हैं।
भारत में हालांकि बहुत अधिक संख्या में रोज कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। फिर भी भारत की रिकवरी दर बेहतर होती जा रही है और अब यह 78.28% हो गई है।
देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 10 लाख के आसपास है। इन सक्रिय मामलों में से आधे (48.8%) के करीब 3 राज्यों से हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश इन तीन राज्यों में इस वायरस का कहर सबसे ज्यादा है। इसके बाद जो राज्य सबसे ज्यादा इस वायरस की गिरफ्त में हैं वह हैं उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, ओडिशा, केरल और तेलंगाना।
महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में ही इस वायरस के कुल सक्रिय मामलों में 60.35% हैं और जबकि इन राज्यों में रिकवरी रेट 60% (59.42%) के करीब है।