G-20 बैठक में शामिल सभी देशों को माननी पड़ी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ये बात

हाल ही में G-20 देशों के वित्त मंत्री और सेंट्रल बैंक के गवर्नर के साथ मीटिंग हुई। इस मीटिंग की अध्यक्षता सऊदी अरब ने की।

Avatar Written by: April 16, 2020 12:56 pm

नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ दुनियाभर में महायुद्ध छिड़ा है। एशिया के अधिकतर देश इस महामारी की चपेट में हैं। भारत की भूमिका एशिया के देशों को इस लड़ाई में एक साथ लाने वाली रही है। यही वजह है कि बेहतरीन प्लानिंग के साथ एशिया के कई देश इस महामारी से यूरोप के मुकाबले काफी हद तक बचे हुए हैं। हाल ही में G-20 देशों के वित्त मंत्री और सेंट्रल बैंक के गवर्नर के साथ मीटिंग हुई। इस मीटिंग की अध्यक्षता सऊदी अरब ने की। मीटिंग का विषय था- कोविड-19 से उपजी परिस्थितियों से निपटा कैसे जाए।

G-20 वित्त मामलों से जुड़ी ये दूसरी मीटिंग थी जो वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई। इस मीटिंग में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी शामिल हुई। निर्मला सीतारमण ने सऊदी वित्त मंत्री की तारीफ की कि वो लगातार कोरोना से निपटने के लिए काम कर रहे हैं।

 

इससे पहले की मीटिंग में निर्मला सीतारमण ने सभी देशों से कोरोना से लड़ने के लिए एकसाथ काम करने और आपसी सहयोग का आग्रह किया था ताकि फाइनेंशियल सिस्टम लगातार चलता रहे और वैश्विक अर्थव्यवस्था बचायी जा सके। भारत ने अपना पक्ष काफी मजबूती से रखा। इस बार निर्मला ने कहा कि हमें लोगों की रोजी-रोटी और जान दोनों बचाने पर अपना ध्यान केंद्रित करना है और अर्थव्यवस्था में स्थिरता लाना है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस दौरान कहा कि भारत सरकार ने इस दिशा में तत्काल प्रभाव से काम किया है। उन्होंने बताया कि भारत ने 3.9 अरब डॉलर की रकम 32 करोड़ लोगों तक पहुंचाई. ये राहत लोगों तक सीधी पहुंची है। भारत ने डिजिटल टेक्नोलॉजी से ये काम आसान किया है। इससे लोगों को पब्लिक प्लेस पर आने की जरूरत नहीं पड़ी। उन्होंने सभी देशों को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शिता का फायदा भारत को मिला। इससे पुराने लिए गए फैसलों से गरीबी रेखा से नीचे और उसके आसपास के लोगों को राहत मिली है।

RBI ने मार्केट को बचाने के लिए और क्रेडिट फ्लो को बचाए रखने के लिए कई कदम उठाए हैं। करीब 50 अरब डॉलर की सहायता भी दी है। इसमें लोन इंस्टालमेंट में मोराटोरियम और वर्किंग केपीटल फाइनेंस में आसानी शामिल है।

इसके अलावा भी वित्त मंत्री ने भारत का पक्ष रखते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की। सभी देशीन ने ये उम्मीद जताई कि इस सिचुएशन से दुनिया जल्द निकल जाएगी। बता दें कि G-20 में अमेरिका, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और यूरोपीय संघ शामिल हैं। 1999 में ये सभी देश एक साथ सहयोग के लिए आए थे।

भारत कोरोनावायरस के खिलाफ बेहद प्रभावी लड़ाई लड़ रहा है जिसके लिए केंद्र सरकार ने लॉक डाउन 2.0 लगाया है केंद्र सरकार लगातार जन कल्याणकारी योजनाओं पर इस संकट की घड़ी में काम कर रही है।