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Corona In India: एक बार फिर डराने लगा है कोरोना, महाराष्‍ट्र में बेकाबू तो पंजाब और केरल में भी बढ़ रही चिंता, गुजरात की सीमाएं सील

Corona In India: 11 सितंबर 2020 के बाद अचानक गुरुवार को महाराष्ट्र में 25 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ गए। ऐसे हालात को देखते हुए पीएम मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की और हालात पर काबू पाने के लिए कई तरह के निर्देश दिए।

नई दिल्ली। कोरोनावायरस का प्रसार एक बार फिर तेजी से फैल रहा है। कोरोनावायरस के तेज होते प्रसार की वजह से एकबार फिर हालत बेकाबू नजर आ रहे हैं। साल 2020 में देश ने इसी महीने कोरोना की वजह से बने हालात के बाद लॉकडाउन का दंश झेला था। तब भी हालत ऐसे ही बिगड़ने लगे थे। अब एक बार फिर कोरोना लोगों को रूला रहा है। देश के 7 राज्यों से लगातार डरानेवाले आंकड़े सामने आ रहे हैं। दिसंबर 2020 के बाद से देश में कोरोना का पीक कम हो रहा था जिसमें अचानक से तेजी देखा जा रहा है। हालात इतने खराब हैं कि देश के इन 7 राज्यों से ही केवल 85 प्रतिशत से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र तो इसमें सबसे अव्वल है। वहां एहतियातन कई शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। जबकि मध्य प्रदेश, पंजाब जैसे कई राज्यों में शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। पिछले 15 दिनों में कोरोना के आंकड़े जिस हिसाब से बढ़े हैं उसको लेकर जानकार चिंतित हैं और बता रहे हैं कि ये कोरोना की दूसरी लहर है इसपर काबू नहीं पाया गया तो हालात ज्यादा खराब होंगे।

PM Narendra Modi

11 सितंबर 2020 के बाद अचानक गुरुवार को महाराष्ट्र में 25 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ गए। ऐसे हालात को देखते हुए पीएम मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की और हालात पर काबू पाने के लिए कई तरह के निर्देश दिए। वहीं यह बात भी सामने आई है कि कोरोना के नए म्यूटेशन वाले 400 से ज्यादा मामले पूरे देश में सामने आ चुके हैं। मतलब साफ है कि इसकी वजह से भी कोरोना का प्रसार बेहद तेज हो गया है।

Coronavirus

महाराष्ट्र के बाद पंजाब और केरल से आए कोरोना संक्रमण के आंकड़े लोगों को डरा रहे हैं। हालांकि हालात सभी राज्यों में धीरे-धीरे खराब हो रहे हैं लेकिन अच्छी बात यह है कि राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, असम समेत 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना से बीते 24 घंटों में एक भी मौत नहीं हुई है। लेकिन इससे कोरोना संक्रमण के कम प्रसार का कोई मतलब नहीं है। इन राज्यों में कोरोना के मामले आ रहे हैं और धीरे-धीरे मामलों में बढ़त इन राज्यों में भी देखी जा रही है। देशभर में इससे भी ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि कोरोना के इस तेज प्रसार की वजह से जहां रिकवरी रेट पहले के मुकाबले कम हुआ है वहीं नए केसों में 85 फीसद एसिंप्टोमैटिक है जो ज्यादा खतरनाक है।

Coronavirus

इस सब के बीच एक तरफ परेशानी इस बात ने बढ़ा दी है कि कोरोना की इस दूसरी लहर में पंजाब में मरनेवालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। महाराष्ट्र से ज्यादा लोग पंजाब में इस कोरोनावायरस की वजह से अपनी जान गंवा रहे हैं। जबकि पंजाब में संक्रमितों की दैनिक संख्या महाराष्ट्र के मुकाबले कई गुना कम है। गुजरात में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने आठ शहरों में 10 अप्रैल तक स्कूल-कॉलेज और विश्‍वविद्यालय बंद कर दिए हैं। विश्‍वविद्यालयों की परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई हैं। वहीं गुजरात से सटे राज्यों की सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। ऐसे में अब राज्य की सरकारें और केंद्र सरकार मिलकर इस संक्रमण के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए योजना बनाने में लग गए हैं।