भारत का ज्यादा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा कोरोना, इस रिपोर्ट में किया गया दावा

एक अमेरिकी सर्वे में दावा किया गया है कि जहां BCG वैक्सीन का इस्तेमाल हुआ है वहां कोरोनावायरस से बाकी देशों के मुकाबले मृत्यु दर छह गुनी कम है।

Avatar Written by: April 8, 2020 8:33 pm

नई दिल्ली। दुनिया भर में तेजी से फैल रही महामारी कोरोनावायरस को लेकर तमाम तरह के शोध किए जा रहे हैं। इनके परिणाम भी लोगों के बीच रखे जा रहे हैं। इस शोधों के जरिये वैज्ञानिक यह समझना चाहते हैं कि आखिर यह बीमारी कब तक इसी तरीके से कहर बरपाती रहेगी। वहीं दूसरी तरफ यह भी समझना चाहते हैं कि इसकी शुरुआत आखिर कैसे हुई और इसका इलाज क्या है।

हाल ही में अमेरिकी शोधकर्ताओं की एक स्टडी में दावा किया गया है कि जिन देशों में बीसीजी (बैसेलियस कैलमैटे-गुएरिन) वैक्सीन का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हुआ है, वहां बाकी देशों के मुकाबले मृत्यु दर छह गुनी कम है।

अमेरिकी जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक्सपर्ट्स ने ये स्टडी रिपोर्ट जारी की है। इस शोध से जो भी नतीजे आए हैं उनको आर्काइव साइट मेडरिक्सिव पर प्रकाशित किया गया है। अब बताया जा रहा है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स की समीक्षा के बाद इसे मेडिकल जर्नल में प्रकाशित भी किया जाएगा।

इस सर्वे की शुरुआत में जो ट्रायल किया गया उसके हिसाब से पता चला है कि जिन लोगों ने बीसीजी का टीका लगवाया है, उनका इम्यूनिटी सिस्टम अधिक मजबूत होता है। ऐसे लोग दूसरों के मुकाबले कहीं अधिक संक्रमण के खिलाफ खुद को मजबूती से अधिक सुरक्षित रख सकते हैं। उदाहरण के लिए त, इस रिपोर्ट में अमेरिकियों पर किए गए एक ट्रायल में बताया गया था कि बचपन में दी गई बीसीजी वैक्सीन टीबी के खिलाफ 60 सालों तक सुरक्षा प्रदान करती है।

अब आपको बताते हैं कि इस रिपोर्ट का भारत में कोरोनावायरस से क्या संबंध है और आखिर किस तरीके से भारत के लिए यह रिपोर्ट एक खुशखबरी साबित हो सकती है। दरअसल भारत और अफ्रीकी देशों में बीसीजी का व्यापक इस्तेमाल पहले भी हो चुका है। ऐसे में अगर इस शोध के नतीजों पर सभी वैज्ञानिकों की अंतिम मुहर लग जाती है तो भारत के लिए यह बेहद ही पॉजिटिव और अच्छी खबर होगी।

हालांकि इसमें गौर करने वाली बात यह भी है कि बीसीजी वैक्सीन से कोरोना से मृत्यु दर कम होने की बात कही जा रही है लेकिन इससे कोरोना संक्रमण का खतरा खत्म नहीं हो जाएगा। गौरतलब है कि भारत इस वक्त कोरोनावायरस संक्रमण से जूझ रहा है। इसकी वजह से 21 दिन का देशव्यापी लॉकडाउन भारत में चल रहा है।