नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लॉकडाउन के बीच मसीहा बनकर उभरे हैं। योगी सरकार ने श्रमिक/कामगारों के हक़ में अभूतपूर्व काम किया है। योगी सरकार ने लाॅकडाउन के दौरान 78,000 श्रमिक कार्मिकों को सम्बंधित इकाईयों द्वारा 1604 करोड़ रुपये का भुगतान कराया गया है। इसके साथ ही 1.68 लाख लघु और मध्यम इकाइयों को चालू कराया है जिसमें 18.46 लाख कार्मिकों को काम मिला।
इस दौरान 64912 सूक्ष्म इकाईयों को चालू रखा गया जिसमें 2.12 लाख लोगों को रोजगार मिला। इस दौरान 119 चीनी मिल, 12000 ईंट भठ्ठे, 2500 कोल्ड स्टोरेज, 1099 आटा मिल, 499 तेल मिल व 280 दाल मिल लगातार चलती रही। इसमें लाखों श्रमिक/कामगार रोजगार पा रहे हैं।
योगी सरकार कामगारों को प्रतिदिन 12 से 15 लाख फूड पैकेट वितरित कर रही है। अब तक 32 लाख से अधिक श्रमिकों को 1000 रुपये का भरण पोषण भत्ता एवं खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा चुका है। 10000 परिवहन निगम की बसें श्रमिकों एवं कामगारों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए लगायी गयी हैं। हर जिला अधिकारी के डिस्पोजल पर 200 अतिरिक्त बसें दी गयी हैं
अब तक उत्तर प्रदेश 402 ट्रेनें लाखों प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों को सुरक्षित पहुंचा चुकी हैं। मुख्यमंत्री लगातार अपील कर रहे हैं कि कोई भी पैदल, दो पहिया वाहनों या ट्रक आदि असुरिक्षत वाहनों से न चले। जो जहां है वहीं रहे। सभी को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।