नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को तबलीगी जमात प्रमुख मौलाना साद को चौथा नोटिस जारी कर सरकारी लैब में कोरोना की जांच कराने के लिए कहा। बता दें कि कोरोना संकट के समय सरकारी निर्देशों की अनदेखी करने के बाद धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने के आरोप में मौलाना साद करीब एक महीने से फरार चल रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने क्राइम ब्रांच के सूत्रों के हवाले से बताया कि मौलाना साद को चौथी बार नोटिस इसलिए भेजा गया है क्योंकि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। इसमें पूछा गया है कि उन्होंने (मौलाना साद) ने सरकारी अस्पताल में कोरोना टेस्ट कराया है या नहीं और अगर कराया है तो उसकी रिपोर्ट अब तक क्राइम ब्रांच को क्यों नहीं सौपी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद क्राइम ब्रांच इसका अध्ययन करेगी और उसके बाद ही मौलाना साद को पूछताछ के लिए आगे की कार्यवाही की जाएगी।
बता दें कि अभी हाल में ही तबलीगी मरकज के प्रमुख साद के अधिवक्ता ने दावा किया था कि मौलाना ने निजी और सरकारी लैब से कोरोना की जांच कराई है। सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। वकील ने यह भी दावा किया था कि जांच रिपोर्ट क्राइम ब्रांच को भी सौंप दी गई है।
मौलाना के वकील का कहना है कि हम जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच ने जो भी निर्देश दिए हैं, उसका पालन कर रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या आप एम्स से टेस्ट कराएंगे, तो उनका जवाब था कि अगर क्राइम ब्रांच कहती है कि किसी सरकारी लैब की टेस्ट रिपोर्ट चाहिए तो जैसे ही सहूलियत मिलेगी, हम उसे करा लेंगे। अभी लॉकडाउन की वजह से बाहर निकलना संभव नहीं है।
गौरतलब है कि भारत में कोरोनावायरस की महामारी के दौरान निजामुद्दीन मरकज और तबलीगी जमात का नाम सुर्खियों में आया था। निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए थे और इसमें से कई लोग पॉजिटिव पाए गए थे।