भुवनेश्वर। ओडिशा के तटीय जिलों में चक्रवाती तूफान अम्फान ने बुधवार शाम होने से पहले तबाही मचानी शुरू कर दी है। चक्रवात के पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ने के दौरान तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो गई है। तूफान की वजह से सैकड़ों पेड़ उखड़ गए हैं और बिजली व दूरसंचार के बुनियादी ढांचे को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
सरकार को चक्रवात के कारण भद्रक और केंद्रापाड़ा जिलों से दो मौतों की खबर मिली है। विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप जेना ने कहा, हमें भद्रक जिले के तिहड़ी में एक बच्चे की मौत की रिपोर्ट मिली है। जिला कलेक्टर ने तहसीलदार, चिकित्सा और पुलिस अधिकारियों की एक टीम भेजी है। सटीक कारण का पता लगाया जाएगा।
#WATCH West Bengal: Rainfall and heavy winds in North 24 Parganas as #CycloneAmphan made landfall. pic.twitter.com/noHLgqJhPX
— ANI (@ANI) May 20, 2020
केंद्रापाड़ा जिले के सतभाया क्षेत्र में अपने घर में ही एक 67 वर्षीय महिला की मृत्यु हो गई, क्योंकि एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंची। एसआरसी ने कहा कि मौत के कारण का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया गया है। घास-फूस और मिट्टी के कच्चे घरों में रह रहे कुल 1,48,486 लोगों को निचले इलाकों से निकाल लिया गया है। एसआरसी ने कहा कि पिछले दो दिनों में बेहतर देखभाल के लिए 1,885 गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है।
तटीय जिलों में एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ की 36 टीमों को तैनात किया गया है। एसआरसी ने कहा, जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा और भद्रक जिलों में रूट क्लीयरिंग और रेस्टोरेशन का काम शुरू हो गया है। अधिकांश स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। नुकसान का आकलन भी शुरू हो गया है।
ऊर्जा सचिव बिष्णुपद सेठी ने कहा कि उन्हें चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में बिजली के बुनियादी ढांचे को नुकसान के बारे में रिपोर्ट मिली है। सेठी ने कहा, एहतियाती उपाय के रूप में विभाग के पास पहले से ही कार्य बल और बिजली के उपकरण हैं। एक बार जब चक्रवात का प्रभाव कम हो जाएगा तो हम बिजली की आपूर्ति को बहाल करने का प्रयास करेंगे।