तमिलनाडु के तट पर चक्रवाती तूफान ‘निवार’ का खतरा, 145KM प्रति घंटा की स्पीड से चल सकती है आंधी
Cyclone Nivar: मौसम विभाग(India Meteorological Department) का कहना है कि ये चक्रवाती तूफान(Cyclone) जब तूफान समुद्री सीमा से टकराएगा तो एक से डेड़ मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। वहीं रायलसीमा के लिए 26 नवंबर को रेड अलर्ट जारी हुआ है।
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान निवार (NIVAR) आज रात तमिलनाडु और पॉण्डिचेरी के तट से टकरा सकता है। इसको लेकर भारतीय मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि, आज रात तमिलनाडू और पॉण्डिचरी के बीच कराईकल तथा मामल्लापुरम के बीच के तटीय क्षेत्र में देर रात चक्रवाती तूफान के टकराने की आशंका है। वहीं मौसम विभाग ने इस तूफान की रफ्तार को लेकर कहा कि, जब ये चक्रवाती तूफान तट से टकराएगा तो हवा की रफ्तार 120-130 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है और 145 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक निवार की वजह से 25 तथा 26 नवंबर को उत्तर एवं आंतरिक तमिलनाडू, कराईकल, पॉण्डिचेरी, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में भारी बरसात हो सकती है। इसके अलावा 26 नवंबर को दक्षिण पूर्वी तेलंगाना में भी इस चक्रवाती तूफान की वजह से भारी बरसात होने की संभावना है।
मौसम विभाग का कहना है कि ये चक्रवाती तूफान जब तूफान समुद्री सीमा से टकराएगा तो एक से डेड़ मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। वहीं रायलसीमा के लिए 26 नवंबर को रेड अलर्ट जारी हुआ है। इसके अलावा तूफान की रफ्तार और इससे होने वाले नुकसान को देखते हुए उत्तरी और आंतरिक तमिलनाडू, पॉण्डिचेरी तथा कराइकल के लिए 25 नवंबर को रेड अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने कहा कि, निवार की वजह से झोंपड़ियों और कच्चे मकानों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है। वहीं पक्के घरों को भी इस तूफान से नुकसान हो सकता है, पेड़ और बिजली के खंबे जमीन से उखड़ सकते हैं। रेलवे की पटरियों और पावर लाइन को नुकसान पहुंचने की आशंका है। इसके अलावा क्षेत्र में खड़ी फसलों, नारियल के पेड़ों तथा आम के पेड़ों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर मछुआरों को समंदर किनारे नहीं जाने की सलाह दी है। इसके लिए मछली पकड़ने के काम पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।