AAP का आरोप- ‘केजरीवाल को किया गया नजरबंद’, दिल्ली पुलिस की तरफ से आया ऐसा जवाब कि बोलती हुई बंद
Bharat Bandh: केजरीवाल(Arvind Kejriwal) की पार्टी की तरफ से लगाए गए इस आरोप पर AAP और किसी अन्य पार्टी के बीच टकराव से बचने के लिए यह सामान्य तैनाती है। मुख्यमंत्री को नज़रबंद नहीं किया गया है।
नई दिल्ली। आठ दिसंबर को देशभर में भारत बंद के बीच दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया कि, पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नजरबंद कर दिया है। इसको लेकर पार्टी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया गया। इसमें आरोप लगाया गया कि, “दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घर पर नज़रबंद किया है, मुख्यमंत्री कल जब सिंघु बॉर्डर गए थे तभी से उन्हें नज़रबंद किया हुआ है।” बता दें कि केजरीवाल इससे पहले किसानों के प्रदर्शन को अपना समर्थन दे चुके हैं, ऐसे में वो सिंघु बॉर्डर भी गए थे। फिलहाल आम आदमी पार्टी के इस आरोप पर अब दिल्ली पुलिस की तरफ से जवाब दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने अपनी तरफ से साफ कर दिया है कि, इस तरह का कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। ये आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है।
वहीं केजरीवाल की पार्टी की तरफ से लगाए गए इस आरोप पर AAP और किसी अन्य पार्टी के बीच टकराव से बचने के लिए यह सामान्य तैनाती है। मुख्यमंत्री को नज़रबंद नहीं किया गया है। उत्तरी दिल्ली के डीसीपी एंटो अल्फोंस ने कहा कि, AAP और किसी अन्य पार्टी के बीच टकराव से बचने के लिए यह सामान्य तैनाती है। मुख्यमंत्री को नज़रबंद नहीं किया गया है।
एंटो अल्फोंस ने कहा कि, ये बयान बिल्कुल गलत कि दिल्ली के सीएम को नजरबंद कर दिया गया है। वो जहां जाना चाहें, जा सकते हैं। बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ आज 13वें दिन भी किसान प्रदर्शनकारी सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसान यूनियनों ने आज देशभर में कृषि कानूनों के खिलाफ भारत बंद का आवाह्न किया है।
ये बयान बिल्कुल गलत है। दिल्ली के मुख्यमंत्री जहां जाना चाहें, जा सकते हैं: एंटो अल्फोंस, डीसीपी उत्तरी दिल्ली https://t.co/7EC3ZOC6Bi pic.twitter.com/od30LLYdFz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 8, 2020
इस बंद कांग्रेस, माकपा, शिवसेना, अकाली दल, गुपकार गठबंधन, टीएमसी, टीआरएस, एआईएमआईएम, आम आदमी पार्टी, डीएमके, एसयूसीआई (सी), स्वराज इंडिया, जेडीएस, बसपा, सीपीआई, राजद, एनसीपी, जेएमएम, सपा, पीडब्ल्यूपी, बीवीए, आरएसपी, एफबी जैसे दलों का समर्थन प्राप्त है।