नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल (Special Cell) ने बुधवार को कड़कड़डूमा कोर्ट (Karkardooma Court) में फरवरी में हुई हिंसा के मामले में 15 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। यह चार्जशीट 20 हजार पन्नों की है। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने दंगों की साजिश रचने के मामले में 20 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें से 15 लोगों के खिलाफ पुलिस ने 20 हजार पन्नों की चार्जशीट फाइल की है। इस चार्जशीट में पुलिस ने ये खुलासा किया है कि कैसे पूरी दिल्ली को हिंसा की आग में धकेलने की प्लानिंग की गई थी।
पुलिस ने सभी 15 आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (यूएपीए), आईपीसी और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत मामला बनाया है। इसमें आम आदमी पार्टी के नेता ताहिर हुसैन, पिंजरा तोड़ कार्यकर्ता देवांगना कालिता और नताशा नरवाल, पीएफआई नेता परवेज अहमद और मोहम्मद इलियास के नाम शामिल हैं। इसके अलावा आरोप पत्र में एक्टिविस्ट सैफी खालिद, पूर्व-पार्षद इशरत जहां, जामिया के छात्र आसिफ इकबाल, मीरान हैदर और सफूरा जरगर, शादाब अहमद और तसलीम अहमद के नाम शामिल हैं।
Delhi Police Special Cell files charge sheet against 15 accused in riots case under sections of Unlawful Activities (Prevention) Act, IPC and Arms Act.
The charge sheet filed at Karkardooma Court is over 10,000 pages. pic.twitter.com/nTaRK9SJpZ
— ANI (@ANI) September 16, 2020
हालांकि आरोप पत्र में दिल्ली हिंसा के मामले में दायर की गई चार्जशीट में जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद और शरजील इमाम के नाम नहीं है। उन्हें सांप्रदायिक हिंसा में साजिश करने के लिए कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया है। उनका नाम पूरक (सप्लीमेंट्री) चार्जशीट में होगा।
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के समर्थकों और इसका विरोध कर रहे लोगों के बीच 24 फरवरी को पूर्वोत्तर दिल्ली में झड़प हो गई थी, जो कि हिंसा में बदल गई। इस दौरान कम से कम 53 लोग मारे गए थे और लगभग 200 लोग घायल हुए थे। मामले में रविवार को उमर खालिद को गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल 24 सितंबर तक पुलिस हिरासत में है।