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राज्यसभा में हुआ सिंधिया और दिग्विजय का आमना-सामना, दिग्विजय ने ऐसा क्या कहा कि सिंधिया ने जोड़ लिए हाथ

Digvijay Singh on Scindia in Rajya Sabha: सिंधिया के बाद जब कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह बोलने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने कहा- ‘सभापति महोदय! मैं आपके माध्यम से सिंधिया जी को बधाई देना चाहता हूं, जितने अच्छे ढंग से वे यूपीए सरकार में सरकार का पक्ष रखते थे उतने ही अच्छे ढंग से आज उन्होंने भाजपा का पक्ष रखा है। आपको बधाई हो, वाह जी महाराज वाह!’

नई दिल्ली। गुरुवार को संसद के बजट सत्र का चौथा दिन है। विपक्षी पार्टियां किसान आंदोलन के मुद्दे पर सरकार को लगातार घेर रही हैं। इस बीच राज्यसभा में आज ज्योतिरादित्य सिंधिया मोदी सरकार के लिए जमकर बैटिंग करते नजर आए। इतना ही नहीं उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस के अपने पुराने साथियों को भी जमकर खरी खोटी भी सुनाई। हालांकि राज्यसभा में  एक दिलचस्प नजारा भी देखने को मिला, जब कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अपने पुराने साथी और मौजूदा भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की तारीफ की।

सिंधिया के बाद जब कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह बोलने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने कहा- ‘सभापति महोदय! मैं आपके माध्यम से सिंधिया जी को बधाई देना चाहता हूं, जितने अच्छे ढंग से वे यूपीए सरकार में सरकार का पक्ष रखते थे उतने ही अच्छे ढंग से आज उन्होंने भाजपा का पक्ष रखा है। आपको बधाई हो, वाह जी महाराज वाह!’

दिग्विजय सिंह की इस बात पर मुस्कुराते हुए सिंधिया ने हाथ जोड़ लिया। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिग्विजय सिंह से कहा, ‘सब आपका ही आशीर्वाद है।’ इसके बाद राज्यसभा में ठहाके गूंजने लगे। सिंधिया की बात का मुस्कुराते हुए दिग्विजय सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि, ‘हमेशा रहेगा, आप जिस पार्टी में रहें, आगे भी जो हो, हमारा आशीर्वाद आपके साथ था, है और रहेगा।’

Digvijay Singh

पीएम मोदी संघीय ढांचे के खिलाफ : दिग्विजय सिंह

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस में भाग लेते हुए कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री संघीय ढांचे के खिलाफ हैं क्योंकि उन्होंने राज्यों से परामर्श किए बिना और किसी पूर्व सूचना के बिना लॉकडाउन लगा दिया था। सिंह ने कहा, “यह सदन राज्यों का सदन है और यह मेरा आरोप है कि प्रधानमंत्री संघीय ढांचे के खिलाफ हैं क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्रियों से सलाह नहीं ली और लॉकडाउन लगा दिया। सिंगापुर जैसे देशों ने लॉकडाउन लगाने से आठ दिन पहले सूचना दी थी।”

इससे पहले बहस के दौरान, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मनोज झा ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू की। उन्होंने कहा कि सरकार पंजाब और हरियाणा में बिहार के मॉडल को दोहराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में 2006 में एपीएमसी एक्ट के खत्म हो जाने के बाद राज्य एक श्रमिक आपूर्ति राज्य बन गया है क्योंकि किसान मजदूर बन गए हैं।