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Free Ration Scheme: क्या आप जानते हैं अगले 5 साल तक गरीबों को मुफ्त राशन देने में कितना पैसा होगा खर्च?, पीएम मोदी ने योजना बढ़ाने का किया है एलान

पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के दुर्ग में जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना यानी गरीबों को राशन की दुकानों से मुफ्त अनाज और 5 साल तक बढ़ाने का एलान किया है। कोरोना काल में शुरू की गई ये शानदार योजना इस साल दिसंबर तक बढ़ाने का फैसला पीएम मोदी ने पहले किया था।

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के दुर्ग में जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना यानी गरीबों को राशन की दुकानों से मुफ्त अनाज और 5 साल तक बढ़ाने का एलान किया है। ये योजना इस साल दिसंबर तक चल रही है। यानी जनवरी से अगले 5 साल तक देश के 80 करोड़ गरीबों को राशन की दुकानों से मुफ्त अनाज दिए जाने की योजना जारी रहने वाली है। ये योजना कोरोना काल में मुश्किलों में घिरे गरीबों को राहत देने के लिए पीएम मोदी ने शुरू की थी। तबसे लगातार मोदी की सरकार इस योजना के तहत मुफ्त राशन देने की योजना को आगे बढ़ाती रही है। हालांकि, देश के 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त में राशन देने से खजाने से अच्छा खासा पैसा खर्च हो रहा है। क्या आपको पता है कि मुफ्त राशन योजना में हर साल मोदी सरकार कितना पैसा खर्च कर रही है?

pm modi

पिछले साल यानी 2022 के दिसंबर महीने में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मीडिया को बताया था कि गरीबों को मुफ्त राशन देने की योजना में मोदी सरकार हर साल 200000 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रही है। जी हां, दो लाख करोड़ रुपए हर साल गरीबों का पेट भरने के लिए मोदी सरकार की तरफ से खर्च किए जा रहे हैं। इससे पहले गरीबों को राशन की दुकानों से चावल 3 रुपए किलो, गेहूं 2 रुपए किलो और मोटा अनाज 1 रुपए किलो की दर पर मिलता था, लेकिन प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत गरीबों को राशन की दुकानों से गेहूं और चावल खरीदने के लिए एक पैसा नहीं देना होता। इसके लिए बस उनको राशन की दुकान जाकर बायोमीट्रिक से पहचान देनी होती है और कोटेदार उनको महीने का राशन दे देता है। मुफ्त राशन की योजना में हर महीने गरीबों को प्रति व्यक्ति 4 किलो गेहूं और 1 किलो चावल दिया जाता है।

Ration

अब इस योजना को अगले 5 साल यानी 2028 तक बढ़ाने के फैसले से केंद्र सरकार के खजाने से कम से कम 10 लाख करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। अगर महंगाई बढ़ी, तो इस राशि में भी कुछ बढ़ोतरी देखी जा सकती है। हालांकि, आप भले सोच रहे हों कि इतना पैसा मुफ्त राशन पर खर्च होगा, लेकिन हमें ये भी देखना चाहिए कि देश के गरीब वर्ग के लिए मोदी की ये योजना कितनी बड़ी राहत लेकर आई है।