नई दिल्ली। आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की पूर्व सीईओ चंदा कोचर (Chanda Kochhar) के पति दीपक कोचर (Deepak Kochhar) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि जांच एजेंसी ने पिछले साल की शुरुआत में चंदा कोचर, उनके पति दीपक और वीडियोकॉन ग्रुप के वेणुगोपाल धूत के खिलाफ प्रिवेशन ऑफ मनी लांडरिंग एक्ट के अंतर्गत आपराधिक मामला दर्ज किया था।
आईसीआईसीआई (ICICI) बैंक की कर्जदार कंपनी वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज द्वारा दीपक कोचर की कंपनी में निवेश को लेकर जांच चल रही थी। इस मामले पर ईडी अधिकारी दीपक कोचर से पूछताछ भी कर रहे थे। अब खबर है कि दीपक को ईडी द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
Enforcement Directorate (ED) arrests Deepak Kochar, husband of former ICICI Bank MD & CEO Chanda Kochar in connection with ICICI Bank-Videocon case: Enforcement Directorate (ED) officials pic.twitter.com/b86l6Gs2Eh
— ANI (@ANI) September 7, 2020
इससे पहले भी चंदा कोचर और उनके परिवार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की थी। ईडी ने चंदा कोचर के मुंबई स्थित फ्लैट और उनके पति दीपक कोचर की कंपनी की कुछ संपत्तियों को अटैच किया था। जब्त संपत्तियों का कुल मूल्य 78 करोड़ रुपये बताया गया था। चंदा कोचर के खिलाफ यह कार्रवाई 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से वीडियोकॉन को मिले 3,250 करोड़ रुपये के लोन मामले के सिलसिले में की गई है।
जानिए क्या है लोन मामला?
वीडियोकॉन ग्रुप को 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से 3,250 करोड़ रुपये का लोन मिला था। यह लोन कुल 40 हजार करोड़ रुपये का एक हिस्सा था जिसे वीडियोकॉन ग्रुप ने एसबीआई के नेतृत्व में 20 बैंकों से लिया था। आरोप है कि वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने 2010 में 64 करोड़ रुपये न्यूपावर रीन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड (NRPL) को दिए थे। इस कंपनी को धूत ने दीपक कोचर और दो अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर खड़ा किया था। आरोप है कि चंदा कोचर के पति दीपक कोचर समेत उनके परिवार के सदस्यों को कर्ज पाने वालों की तरफ से वित्तीय फायदे पहुंचाए गए। आरोप है कि आईसीआईसीआई बैंक से लोन मिलने के 6 महीने बाद धूत ने कंपनी का स्वामित्व दीपक कोचर के एक ट्रस्ट को 9 लाख रुपये में ट्रांसफर कर दिया।